अमेठी में भूतपूर्व सैनिकों की भारी उपेक्षा

 

10 साल बाद भी जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र को नहीं मिली जमीन

कैंटीन न होने से पूर्व सैनिकों को नहीं मिल रही सुविधा।

अमेठी। जिला मुख्यालय पर अभी तक सैनिकों के कल्याण केन्द्र खोलने के लिए जिला प्रशासन ने जमीन नहीं अलाट किया है जिसकी वजह से भूतपूर्व सैनिकों को जिला मुख्यालय पर न तो केंटीन की सुविधा मिल रही है और न ही अन्य समस्या का समाधान हो रहा है। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र में मिलिट्री प्रशासन ने एक कर्मचारी की नियुक्ति की है। यहा पर एक कर्नल की भी नियुक्ति कर दी गई है। किराए पर एक भवन भी विभाग ने लेे रखा है। जिला प्रशासन ने भूतपूर्व सैनिकों के इस कार्यालय भवन के लिए अभी तक जमीन का आवंटन नहीं किया है। सैनिकों की विजय गाथा की कहानी सभी की जुबान पर रहती है लेकिन जिला प्रशासन को सैनिकों के साथ कोई हमदर्दी नहीं दिखाई है।अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव का कहना है कि सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र खोलने के लिए जमीन नहीं है। पत्रावली को उपजिलाधिकारी महात्मा सिंह के पास भेज दिया गया है जमीन उपलब्ध होने पर अलाट कर दिया जाएगा। भूतपूर्व सैनिकों का कहना है कि अमेठी जिला प्रशासन सैनिकों के लिए जमीन न अलाट करके हजारों सैनिकों की भावना को आहत किया है।सैनिकों ने मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग किया है कि सैनिकों के कल्याण एवं पुनर्वास केन्द्र खोलने के लिए जमीन का अलाटमेंट कराने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित करे ताकि अन्य जिलों की भांति इस जिले में भी कार्यालय भवन निर्माण के विधिवत केंद्र का संचालन हो सके औऱ अन्य ज़िलों की तरह यहां भी सब सुबिधायें मुहैया हो सकें।