जयपुर।राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा पायलट पिछले भाजपा के साथ मिलकर पिछले छह महीने से सरकार गिराने की साजिश कर रहे थे। कोई भी इस बात पर विश्वास नहीं करता था कि सरकार गिराने की कोशिश हो रही है। किसी को पता नहीं था कि इस तरह के मासूम चेहरे वाला व्यक्ति ऐसा काम करेगा। गहलोत ने इस दौरान पायलट के लिए अमर्यादित शब्द का भी इस्तेमाल किया और कहा कि वो खाली लोगों को लड़वाते हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद्र कटारिया ने डीजीपी को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता महेश जोशी, रणदीप सुरजेवाला और अन्य के खिलाफ भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया है।
राजस्थान में सियासी संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर खुलकर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘पहले से जानते थे कि सचिन पायलट नकारा है, निकम्मा है, कुछ काम नहीं कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि ‘पायलट ने गंदा खेल खेला है। कांग्रेस की पीठ में खंजर घोंपा है। अब पायलट का चाल और चेहरा सामने आ गया है। सचिन पायलट ने सरकार गिराने की कोशिश की है।’
गहलोत ने कहा कि ‘सचिन पायलट को कम उम्र में सबकुछ मिला। पायलट के खिलाफ किसी ने एक शब्द नहीं बोला। इतना उनका मान-सम्मान रखा। वह व्यक्ति कांग्रेस की पीठ में छुरी घोंपने के लिए तैयार हो गए। उन्हें कांग्रेस ने 7 साल तक प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखा, यह बड़ी बात होती है। राहुल गांधी जी का, सोनिया जी का इतना विश्वास उनके ऊपर था।’
गहलोत ने कहा, ‘पिछले 6 महीने से उन्होंने जिस तरीके से साजिश की। कांग्रेस में होकर वह भारतीय जनता पार्टी के सेवक थे। हमारे विधायकों ने जब भाजपा ने जाने से इनकार किया तो उनसे कहा गया कि हम थर्ड फ्रंट बना लेंगे। आप इस्तीफा देंगे और फिर भाजपा का आपके सामने कोई नेता चुनाव में खड़ा नहीं होगा भाजपा का, यह हमने वादा ले लिया है उनसे। और, गठबंधन की सरकार बनेगी।’