गांव में घुसा तेंदुआ , एसआई व वन रक्षक समेत चार ग्रामीणों को किया जख्मी

 

घायलों को डब्ल्यू डब्ल्यू एफ की ओर से दी जाएगी दस-दस हजार रुपए की आर्थिक सहायता

बिछिया-बहराइच।कोतवाली मुर्तिहा क्षेत्र के ग्राम पंचायत प्रताप पुर के मजरा दुर्गा गौड़ी व पटहा गौड़ी में गुरुवार की सुबह जंगल से निकल गांव में घुसे तेंदुए ने वन कर्मी व पुलिस कर्मी समेत चार ग्रामीणों को ज़ख्मी कर दिया ।घायलों को मौके पर पहुची डब्ल्यू डब्ल्यू एफ व वन विभाग की टीम ने इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोतीपुर भर्ती कराया।कोतवाली मुर्तिहा क्षेत्र अंतर्गत लखीमपुर खीरी जिले की रेंज धौरहरा कतर्नियाघाट के जंगल से सटा हुआ है । जहां गुरुवार की सुबह करीब सात बजे बीट जंगल मटेरा अंतर्गत प्रताप पुर ग्राम पंचायत के मजरा दुर्गा गौड़ी व पटहा गौड़ी गांव में कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के जंगल से निकल कर एक तेंदुए ने ग्रामीणों को गंभीर रूप से घायल कर दिया।पटहा गौड़ी निवासी शेखर 12 पुत्र प्रेमचंद्र अपने घर के बाहर लगे हैंडपंप पर पानी भरने गया तभी घात लगाए बैठे तेंदुए ने उसपर हमला कर दिया । चीखें सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े जिसपर तेंदुआ खेत की ओर भागा जहां अचानक सामने आने पर शौच के लिए जा रहे गांव निवासी सिपाहीलाल 25 पुत्र रामआसरे पर भी हमला कर जख्मी कर दिया।ग्रामीणों ने तेंदुए को हाका लगाते खदेड़ा जिसपर तेंदुआ ग्रामीणों की ओर दौड़ पड़ा और गांव निवासी भिखारीलाल 18 पुत्र गारगी व छोटेलाल 20 पुत्र माधव पर हमला करते हुए गांव में ही सड़क के किनारे तालाब की झाड़ियों में छिप गया।ग्रामीणों की सूचना पर पहुचे वन रक्षक बृजेश शुक्ला व एसआई राजकुमार रावत पर भी तेंदुए ने हमला कर उन्हें भी जख्मी कर दिया।मौके पर वन क्षेत्राधिकारी अनिल शाह,वन दरोगा अशफाक खान , डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी दबीर हसन,फील्ड आहायक मंसूर अली,कोतवाली मुर्तिहा प्रभारी अशोक कुमार व थाना मोतीपुर की टीम दलबल के साथ मौके पर पहुची।घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भर्ती कराया गया । वन कर्मियों की टीम द्वारा तालाब को खाबड़ से चारो ओर घेरा गया व तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया गया।इस बीच गांव में अफरा-तफरी का माहौल रहा।ग्रामीणों की भारी भीड़ तेंदुए को देखने के लिए जमा रही।ग्रामीण तेंदुआ पकड़े जाने का इंतजार बेसबरी से करते है । इसी बीच वन विभाग व पुलिस की टीम भीड़ को काबू करने में जुटी रही।शाम होने तक तेंदुआ झाड़ियों में ही छिपा रहा।