सुल्तानपुर। मंगलवार को अखिल भारतीय आह्वान पर एसएफआई जिला कमेटी सुल्तानपुर ने छात्रों के ऊपर जबरन थोपे जा रहे गृह मंत्रालय के आदेश की प्रति जलाकर विरोध दर्ज कराया ।गौरतलब है कि महामारी के इस दौर में जब समाज का हर वर्ग अपनी ज़िन्दगी की जंग में करोना योद्धा बनकर भूमिका निभा रहे हैं । इसी समय में लगातार यूजीसी तथा प्रदेश विश्वविद्यालय के समक्ष प्रश्नचिन्ह लगाते हुए छात्रों की पूर्णत अनदेखी की जा रही है । जिला सचिव सौरभ मिश्र ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय के निक्कमे प्रशासन का परीक्षा कराने या न करने पर मत स्पष्ट नहीं है ,ऐसे में लाखो छात्र असमंजस में है।छात्रों को अपने भविष्य की चिंता सता रही है। क्योंकि अभी तक उनकी परीक्षाओं की पूर्णतः स्थिति प्रशासन द्वारा स्पष्ट नहीं है।ऐसे में एसएफआई ने छात्रों को राहत देने वाले कुछ सुझाव को ज़ेहन में रखकर प्रोमोट करने की मांग की है। एसएफआई ने इस मांग के पीछे तर्क दिया है कि छात्रों के प्रीवियस रिकॉड को आधार बनाकर प्रोमोट किया जाए।क्योंकि जिस तरह से महामारी विकराल रूप धारण कर रही है ,विश्वविद्यालय का प्रशासन दुविधा में हैं परीक्षा होगी या नहीं?साथ ही साथ एस एफ आई ने यू जी सी से मांग की है कि प्रोमोट करने का आधार पूरे देश में एक समान हो।इसके साथ साथ प्रोमोट हुए छात्रों के साथ भविष्य में किसी तरह का धोखा ना हो उसके लिए भी एक स्पष्ट रूप रेखा को तैयार किया जाए ताकि प्रोमोट हुए छात्रों के साथ कोई भेदभाव ना हो।जिला अध्यक्ष सैफ़ हामिद अली खान ने कहा कि एस एफ आई ने सीधे तौर पर जाहिर किया है कि एस एफ आई वैज्ञानिक तथ्य के आधार पर सुझाव आधारित प्रोमोशन की मांग करती है। जब तमाम राज़्यों ने परीक्षा न कराने का विकल्प चुन लिया था ऐसे में गृह मंत्रालय द्वारा हस्तक्षेप करके यू जी सी पर परीक्षा कराने का दबाव बनाना संबैधानिक तौर पर भी गलत है । हम छात्र संगठन के लोग इसका विरोध करते है और सरकार अपने निर्णय को जब तक नही बदलेगी आंदोलन जारी रहेगा ।
कार्यक्रम में सुनील कुमार ,सलिल धुरिया ,शशांक पाण्डेय, राधेश्याम वर्मा, सुमित आदि लोग मौजूद रहे ।