गोरखपुर विश्वविद्यालय के लंबित परीक्षाओं को लेकर बनी रणनीति

 

जिला संवाददाता -संजय शिलांकुर

गोरखपुर:अंतिम वर्ष का शीघ्र शुरू होगा मूल्यांकन
मूल्यांकन केंद्रीयकृत ना होकर विकेंद्रीकृत किया जाएगा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर में परीक्षा समिति की ऑनलाइन बैठक आज दिनाँक 8 मई को संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर विजय कृष्ण सिंह ने कहा कि हमारे लिए विद्यार्थियों का जीवन ज्यादा महत्वपूर्ण है। सत्र विलंबित होगा तो उसे नियोजित किया जा सकता है। हम उन विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, जिससे आगामी सत्र को नियमित किया जा सके।
बैठक में परीक्षा कराए जाने से संबंधित विभिन्न विन्दुओ पर चर्चा हुई। यह तय किया गया कि स्थिति नियंत्रण में होने पर अंतिम वर्ष की परीक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। यदि लॉकडाउन आगे नहीं बढ़ाया गया और कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रण में रही, तो अंतिम वर्ष की बची हुई परीक्षाओं को जून प्रथम सप्ताह से शुरू किया जाएगा। बाकी परीक्षाएं दूसरे चरण में होंगी।
परीक्षा के दौरान सुरक्षात्मक बचाव के लिए परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह ने एक एडवाइजरी भी तैयार कराई है। सभी छात्रों का मेन गेट पर थर्मल स्कैनिंग होगा। कक्षाओं में निश्चित दूरी का पालन करते हुए सीटिंग प्लान बनेगा। परीक्षा केंद्र बढ़ाए जाएँगे जिससे परीक्षार्थियों को पर्याप्त दूरी पर बिठाया जा सके थर्मल स्कैनिंग में बुखार होने या संदिग्ध पाए जाने वाले छात्रों को अलग कमरे मे बैठाया जाएगा। केंद्र पर साबुन एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी .परीक्षार्थी अपने साथ भी सैनिटाइजर रख सकते हैं
बैठक में यह भी तय हुआ कि पी.जी. अंतिम वर्ष की कॉपियों का मूल्याँकन विकेंद्रीकृत तरीके से शिक्षकों के घर भेजकर कराया जाएगा, जिसे अतिशीघ्र मूल्यांकित कर जमा करना होगा।और उसी क्रम मे अंतिम वर्ष के परिणाम को शीघ्र घोषित किया जाएगा
उक्त जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को मास्क लगाकर आना अनिवार्य होगा।परिसर को नियमित रूप से सैनिटाइज भी किया जाएगा। आज की बैठक में उन विकल्पों पर चर्चा हुई, जिससे परीक्षा कराई जा सके और परिणाम घोषित किया जा सके बैठक में कुलसचिव डॉ. ओमप्रकाश, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह समेत सभी संकायाध्यक्ष एवं परीक्षा समिति के सदस्य उपस्थित थे।