————-शौचालय योजना का सच—————
भरखनी, हरदोई ( सोनू सिंह )। विकास खण्ड भरखनी के ग्राम पंचायत विल्सर हिलन के मजरा इस्माईलपुर में शौचालय निर्माण नहीं कराया गया है । इस गांव में एक भी शौचालय नहीं आया है। मजबूरन लोगों को खुले में शौच जाना पड़ रहा है। ऐसा नहीं कि यहां के लिए योजना नहीं आई। योजना तो आई मगर अफसरों ने कागजों से नहीं निकलने दिया।
भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत जहां एक ओर स्वच्छता के संदेश दिए जा रहे हैं। लोगों के खुले में शौच करने से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा हे वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार इस अभियान का पलीता लगा रहे हैं।ग्रामीणों ने शौचालय बनवाने के लिए आला अफसरों तक गुहार लगाई, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। अफसर कान में तेल डालकर बैठे रहे।
गांव में शौचालय नहीं बने। न कोई मदद मिली। मजबूरन खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी गांव की महिलाओं को होती। रात में उनको खेतों में जाना पड़ता है।
—–सर्वेश सिंह (इस्माईलपुर)
हमारी ग्राम सभा में एक भी शौचालय पाँच साल में नही बना हुआ है पूरा गाँव खुले में शौच जाता है जो विकलांग लोग है उनको बहुत दिक्कत होती है हाथ पकड़कर जाते है कोई सुनने बाला नही है मैं ब्लॉक स्तर से जिलाधिकारी तक गया लेकिन कोई सुनवाई नही हुई।
—-शैलेन्द्र सिंह (इस्माईलपुर)
मैं तालाब पर शौच करने जाती हूँ शौच करने जाते हुए एक बार सांड ने मुझे पटक दिया था जिससे मेरी पसली भी टूट गयी थी मेरे गाँव मे एक भी शौचालय नही बना है कई बार ग्राम प्रधान गुहार लगा चुके लेकिन कोई सुनवाई नही हुई।
—नीलम (इस्माईलपुर)
मैं पूर्णरूप से नेत्रहीन हूँ खुले में शौच के लिए जाते है मेरी पत्नी हाँथ पकड़कर बाहर ले जाती है मैंने जिलाधिकारी को 12 जुलाई 2017 व 22 दिसंबर 2017 व 16 फरबरी 2018 व 17 फरवरी 2020 को प्रार्थना पत्र दिया और ब्लॉक पर सैकड़ो बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।
—नरवीर सिंह (इस्माईलपुर)
ग्राम प्रधान पति रमाकांत का कहना है कि हमे शौचालय का कोई लक्ष्य नही मिला है कई बार माँग कर चुके है। कुछ दिन पहले उपजिलाधिकारी सवायजपुर को भी अवगत कराया था लेकिन अभी तक कोई लक्ष्य नही मिला।जो शौचालय आवास के साथ आये थे केवल उन्ही को बनवाया गया।
प्रधानपति रमाकांत