रिपोर्ट- शिवशंकर मिश्रा रायबरेली
रायबरेली – रायबरेली जनपद के डीह थाने में फरियादियों को मनमाने तरीके से न्याय दिया जा रहा है। फरियादी मांगने कुछ और आता है बदले में उसे मिल कुछ और जाता है। मामला डीह थाना क्षेत्र के गांव पूरे रामनारायन मजरे जगदीशपुर का है। जहां पर फूलचंद्र का रास्ते को लेकर रामेश्वर, रामकेवल, देशराज तथा जितेंद्र आदि से विवाद हो गया था। फूलचंद्र ने बताया कि विवाद को लेकर फरियादी की मां थाने में न्याय मांगने पहुंची। बीट उपनिरीक्षक संतोष कुमार यादव द्वारा पीड़ित महिला की कोई बात ना सुनते हुए पीड़िता के लड़के फूलचंद जो कि ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं। मनमाने तरीके से सुलहनामा के कागज पर दस्तखत कराया। जिसमें यह तय किया गया कि फूलचंद्र ही गलत है। जबकि हकीकत में फूलचंद्र अपने बाबा के मकान तथा जमीन में चौथाई भाग का हिस्सेदार है। लेकिन एसआई संतोष यादव ने मनमाना सुलहनामा थोपते हुए फूलचंद को बैरंग लौटा दिया। एसआई द्वारा बताया कि रास्ते का जो विवाद है फरियादी ही कर रहा है। तुम अपना अतिक्रमण हटा लो वर्ना लाक डाउन की धारा लगाकर 6 महीने के लिए अंदर कर दूंगा जमानत नहीं हो पाएगी। जबकि दूसरे लोग भी रास्ते में अतिक्रमण किए हुए हैं जो आए दिन विवाद की जड़ बना हुआ है। उसको हटवाने के लिए एसआई संतोष यादव ने लाक डाउन खत्म होने के बाद राजस्व विभाग की शरण में जाने के लिए कहा है। फूलचंद्र के अनुसार विवाद अभी खत्म कराया जा सकता था। लेकिन पता नहीं किस लोभ या लालच में एसआई द्वारा फरियादी की आवाज को अनसुना करते हुए एक तरफा सुलहनामा फरियादी के ऊपर थोप दिया गया है।