नगरपालिका प्रशासन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि बंदरबांट का खेल खत्म करके जनहित के मुद्दों पर काम न करने का नतीजा भोगना पड़ेगा- मीना राजपाल

 

बस्ती(रुबल कमलापुरी)। शहर को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग पचपेड़िया रोड की बदहाली से नाराज स्थानीय नागरिकों व व्यापारियों ने एक बार फिर धरना प्रदर्शन कर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट कराने की कोशिश जारी है। गुरूवार को महिलाओं ने मोर्चा संभाला। यज्ञ कर नेताओं और स्थानीय प्रशासन की बुद्धि शुद्धि के लिये भगवान से प्रार्थना की। सुकन्या पाण्डेय ने कहा स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण राहगीरों, व्यापारियों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर एक ज्वलंत समस्या की अनदेखी भारी पड़़ेगी। मीना राजपाल ने नगरपालिका प्रशासन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि बंदरबांट का खेल खत्म करके जनहित के मुद्दों पर काम न करने का नतीजा भोगना पड़ेगा। उन्होने कहा दो साल से स्थानीय नागरिक नारकीय जीवन जी रहे हैं, ये किसी से नही छिपा है। लेकिन जितने भी जिम्मेदार हैं वे खुद एक समस्या और कोई समाधान बनने का प्रयास नही कर रहा है। जनान्दोलन का नेतृत्व कर रहे व्यापारी नेता आनंद राजपाल ने कहा यज्ञ अनवरत जारी रहेगा, भरोसा है जिम्मेदारों को भगवान सद्बुद्धि देंगे और सड़क निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। तमाम प्रयासों के बाद सड़क बनवाने के लिये 1 करोड़ 26 लाख का बजट आवंटित हुआ। लेकिन भाजपा के एक कद्दावर नेता ने टेण्डर रद करवा दिया जिससे एक बार फिर सड़क का निर्माण अधर में लटक गया। यज्ञ में शामिल महिलाओं ने जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। श्रीमती आशा सिंह, सुनीता शुक्ला, सरोज गुप्ता, हिमांशी, सुभावती, ज्योति त्रिपाठी, प्रभावती, मंशा, इसलावती, अनीता चौधरी, इंदू चौधरी, मधू गौतम, रेनू वर्मा, ममता सिंह, कंचन देवी, मैरी, मीरा, ललुआ, ब्रह्मदेव पाण्डेय, विनोद कुमार गुप्ता, पप्पू त्रिपाठी, अमित, विवेक, आनंद सिंह राठौर, धर्मेन्द्र कुमार, रोहित, कमलेश आदि मौजूद रहे।