नुक्कड़ नाटक के माध्यम से टीम वाई.पी.ए. ने पर्यावरण के प्रति किया जागरूक।
गोरखपुर महोत्सव के तत्वावधान में यूथ पॉवर एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा गोरखपुर महानगर के विभिन्न जगहों पर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है । इस जन जागरूकता अभियान में जल, जमीन व हवा को प्रदूषण से मुक्त रखने व उनका संरक्षण करने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार व भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं- जल शक्ति अभियान, स्वच्छ भारत मिशन व सिंगल यूज़ प्लास्टिक विषय पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया जा रहा है। इसी के क्रम में महोत्सव सप्ताह के छठवें दिन रेलवे स्टेशन परिसर में नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। हास्य व्यंग्य से परिपूर्ण नाटक समाज मे के उन सभी स्थितियों का चित्रण करने का प्रयास किया गया जिनके वजह से पर्यावरण प्रदूषण, जल प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है। एसोसिएशन के सदस्यों ने गोरखपुर शहरवासियों को यह समझाने का प्रयास किया कि किस प्रकार हम अपने घर का कचरा बाहर कूड़ेदान के आसपास बिखेर देते हैं और गंदगी का सारा दोष सरकार पर मढ़ देते हैं। नाटक के माध्यम से यह भी बताने का प्रयास किया गया कि हमारे घरों में जल की बर्बादी किस प्रकार होती है। हम अक्सर पानी पीने के बाद टोटी खुला छोड़ देते हैं या घर में बर्तन धोते वक्त टोटी खोले रखते हैं जिससे कि पानी लगातार गिरता रहता है और काफी मात्रा में जल की बर्बादी होती है। नुक्कड़ नाटक के अंत में दर्शकों के सामने स्वच्छता अपनाने व जल का संरक्षण करने के लिए अपनी अपनी जिम्मेदारी तय करने के लिए तथा पर्यावरण को हरा भरा व स्वच्छ रखने के उन्हें स्वयं अपने व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करने के लिए कहा गया । चेतना तिराहे पर नुक्कड़ नाटक देख कर जनसमूह ने नुक्कड़ नाटक की सराहना की एवं शपथ लिया कि वह अपने दैनिक जीवन में जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता को महत्त्व देंगे तथा एक जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य निभाएंगे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव प्रसाद शुक्ला ने कहा कि
आज हमारे समक्ष जल संकट धीरे-धीरे एक विकराल रूप विकराल रूप ले रहा है, हम सभी को स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होना होगा और सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग करना बंद करना होगा। यूथ पॉवर एसोसिएशन लोगो मे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन चेतना जगाने की कार्य कर रही है और हमे यह विश्वास है कि हमारी यह कोशिश एक दिन जरूर रंग लाएगी
इस नुक्कड़ नाटक में , हरि प्रकाश आदि कलाकारों ने अभिनय किया। इस दौरान लालजी मौर्य, सौरभ पांडेय, राज दुबे का सक्रिय रूप से योगदान रहा।