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*पूर्व विधायक के रिश्तेदार के खिलाफ विवेचना करना पड़ा इंस्पेक्टर को भारी , दो इंस्पेक्टर हुए लाईन हाजिर, सत्ता पक्ष के विधायक ने सम्भाली थी कमान
सुल्तानपुर जनपद के चांदा
में बहुचर्चित अधिवक्ता हत्याकांड में जांच की आंच लम्भुआ के पूर्व विधायक के करीबी रिश्तेदार की तरफ बढ़ रही थी , तो दूसरी तरफ अधिवक्ता संघ के बेमियादी हड़ताल व चेतावनी से पुलिस महकमा लगातार दबाव में था । पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा ने घटना के अनावरण को लेकर जनपद के क्राइम ब्रांच को कमान सौप दी , प्रभारी स्वाट टीम केशरी आजाद ने सर्विलांस के माध्यम से अपराधियों के करीब पहुंचे और कई संदिग्धों से गहन पूछताछ में सभी के बयान ने पूर्व विधायक के करीबी रिश्तेदार का नाम लिया , जिसके बाद प्रभारी स्वाट टीम व स्थानीय कोतवाल पर लगातार जांच की आंच को ठंडा करने का प्रयास किया जाने लगा मामला बनता न देख पूर्व विधायक के रिश्तेदार ने अपने दूसरे रिश्तेदार मौजूदा भाजपा विधायक बदलापुर रमेश मिश्रा से मदद मांगी , जो कि सत्ता का दबाव भी विफल रहा , और विधायक के रिश्तेदार की गिरफ्तारी की मुकम्मल इन्तेजामात कर लिए गए जिसकी भनक लगते पहले चांदा कोतवाल सुरेश मिश्रा को लाईन हाजिर किया गया , फिर प्रभारी स्वाट टीम केशरी सिंह आजाद के खिलाफ शोसल मीडिया पर मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री पर टिप्पणी का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक बदलापुर रमेश मिश्रा ने प्रमुख सचिव गृह को पत्र लिख जांच की मांग की गयी , जिसमें जांच तो पीछे रह गयी लेकिन प्रभारी स्वाट टीम केशरी सिंह आजाद को भी लाईन हाजिर कर दिया गया । सूत्रों की मानें तो 20 वर्ष के कार्यकाल के दौरान में केशरी सिंह आजाद पर पहली बार लाईन हाजिर की कार्यवाही हुई है , जल्द ही अधिवक्ता हत्याकांड में होंगे नए खुलासे ।