बदायूँ
बदायूँ औषधि निरीक्षक का छापा फर्जी मेडिकल हुआ बंद
संवाददाता आकाश सक्सेना
निर्वाण टाईम्स न्यूज़/10 जुलाई2019/फ़.में.नि./खबर बदायूँ उत्तर प्रदेश।
बदायूँ 10 जुलाई2019।
उत्तर प्रदेश के जिला बदायूँ की तहसील बिल्सी के ग्राम सोहरा में बदायूँ ओषधि टीम के द्वारा छापे मारी की गई जिसमें मेडिकल स्टोर संचालक रवि शंकर किसी भी प्रकार के कागजात दिखाने में असफल रहे आपको बता दे कि छापे मारी में लाखों रुपये की दवाइयां बरामद की गई,अतः पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपी को हिरासत में लेकर औषधि निरीक्षक के तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
*संयुक्त रूप से औषधि टीम ने की छापे मारी*
आपको बता दें कि उक्त मेडिकल पर छापे मारी का मामला बरेली मंडल के जिला बदायूँ के अंदर आता है जिसके चलते छापेमारी में बरेली मंडल के बरेली ओषधि विभाग की ओर से बरेली के औषधि निरीक्षक विवेक कुमार,उर्मिला वर्मा,एवं बरेली मंडल के ही जिला शाहजहांपुर के औषधि निरीक्षक देशबन्धु एवं जनपद बदायूँ के औषधि निरीक्षक नवनीत कुमार यादव ने संयुक्त रूप से जिला बदायूँ के तहसील बिल्सी के सोहरा में फर्जी मेडिकल पर छापे मारी की,औषधि विभाग की टीम को जानकारी दी गई थी कि इस ग्राम में बिना किसी लाइसेंस के धड़ल्ले से मेडिकल चलाया जा रहा है।
*औषधि विभाग की टीम द्वारा मांगे गए कागज़ात पर नही मिले*
जब औषधि विभाग की टीम संयुक्त रूप से बदायूँ जिले के तहसील बिल्सी के ग्राम सोहरा फर्जी मेडिकल पर चैकिंग करने पहुंचे तो वहाँ उन्होंने मेडिकल संचालक रवि शंकर से मेडिकल के लाइसेंस के अभिलेख मांगे दवाइयों के बिल मांगे जिन्हें संचालक नहीं दिखा पाए इसके उपरांत संयुक्त रूप से छापे मारी करने आयी टीम ने फर्जी मेडिकल स्टोर में मौजूद लाखों रुपये की दवाई को जब्त करने उपरांत सील बंद कर दिया,एवं औषधि विभाग की टीम की ओर से मेडिकल संचालक के खिलाफ तहरीर दर्ज करवाई गई ,औषधि विभाग की इस बड़ी कार्यवाही से जिले भर के फर्जी मेडिकल संचालको में मानो ख़ौफ़ सा पैदा हो गया है।
*क्या बोलेउक्त मामले पर बदायूँ ओषधि निरीक्षक*
पूरे मामले पर बदायूँ के औषधि निरीक्षक नवनीत कुमार यादव का कहना है कि उक्त मामला बदायूँ जिले की तहसील बिल्सी के ग्राम सोहरा का है जहाँ की हमे बिना लाइसेंस होने के मेडिकल संचालन करने की सूचनाएं मिल रही थी जिसमे टीम द्वारा छापेमारी की गई तो पाया गया कि मेडिकल संचालक रवि शंकर औषधि टीम द्वारा मांगे कागजात नही दिखा पाए,दवाएं कब कैसे कहाँ से खरीदी उसके भी किसी प्रकार के कोई कागजात नही दिखा पाए जिसमे वह असफल रहे ,ऐसे में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी गयी है।