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व्यवसायी गोलीकांड का सिकरारा पुलिस ने किया खुलासा, एक गिरफ्तार तीन फरार
व्यवसायी गोलीकांड का सिकरारा पुलिस ने किया खुलासा, एक गिरफ्तार तीन फरार
सिकरारा (जौनपर)
सिकरारा थाना क्षेत्र के बीते रविवार को हुए अरुआंवा में गोलीकांड की गुत्थी सुलझ गई है. पुलिस ने आरोपी समेत चार लोगों का पता कर, एक को गिरफ्तार कर लिया है।और उनके पास से लूट का दो हजार रु व प्रयुक्त मो० भी बरामद कर लिया है ।
बीते रविवार को अरुआवा निवासी राजदेव पाल 40 व्यवसायी दिन में ढाई बजे दुकान में बैठे थे ।तभी बाइक पर सवार तीन नकाबपोश बदमाश पहुच गए ।बदमाशो ने उनसे रंगदारी की मांग की ।उन्होंने असमर्थतता जताई और नकाबपोशों ने हाथापाई शुरू कर दी ।और काउंटर में रखे एक लाख पैतालीस हजार रु निकाल लिए , विरोध करने पर बदमाशों ने उसे गोली मार दी और वहाँ से रु० लेकर गाड़ी से फरार हो गए ।
लूट के मामले में उनके बेटे राहुल अभिषेक पाल द्वारा सिकरारा थाने पर दी गयी तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की और जब मामला खुला तो पुलिस ने शातिर अपराधी को वारदात के वक्त उसके साथ मौजूद उसका दोस्त व इसमे प्रयुक्त मोबाइल फोन व दो हजार रु ० बरामद कर सभी लोग का नाम पता कर लिया है ।
गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे मुखबिर सूचना मिली कि गोलीकांड घटना को अंजाम दिया सबल सिंह पुत्र अनिल सिंह निवासी पहसना ,जौनपुर इलाहाबाद मार्ग कुरनी समाधगंज बाजार से कही भागने की फिराक में है ,जिसे थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह पुलिस बल मौके पर पहुच गिरफ्तार कर लिया गया , वारदात कैसे हुई के विषय मे पूरी जांच की तो मामले में इस वारदात का खुलासा हुआ जिसमें हकीकत सामने आयी ,इस घटना को अंजाम देने में जौनपुर जेल में बंद गगन सिंह और सोनू सिंह जो कि लूट व हत्या में बदमाश है. उसके खिलाफ कई मामले दर्ज है और जहां ये दोनों अलग अलग मामलों में सजा काट रहे है औऱ अदालत में पेशी के दौरान सबल सिंह गगन सिंह व सोनू सिंह तीनो मिले ।और वही पर दोनों ने सबल सिंह को जमानत के लिए पैसे का इंतजाम करने के लिए पैसे का इन्तजाम करने की बात कही और बताया कि विल्ड़िंग मटेरियल व्यवसायी राजदेव पाल से पैसे लेना है और उनके बताए निर्देश पर सबल सिंह ने प्रिंश सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी हीरापुर थाना सिकरारा व नमन सिंह पुत्र अनिल सिंह जो कि सबल का भाई है ,और विकाश सिंह निवासी प्रतापगढ आसपुर देवसरा के साथ के साथ घटना को अंजाम देने की योजना बनाई और लूट के समय राजदेव पाल से नकली सोनू सिंह बनकर साथी को जेल के निकट रहकर बात करवाया, कहा कि हमारे साथी है पैसा देने की बात कहा , व्यवसायी के विरोध करने पर खुद काउंटर में रखे पैसे निकाल लिए ।शोर मचाने पर उन्हें गोली मार दिए ।