बस्ती(रुबल कमलापुरी)। कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में घर का चूल्हा जलना दुश्वार हो गया निम्न वर्ग के लोगों का ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूलने के फिराक में हैं स्कूलों के प्रबंधक जो बच्चा 1 साल तक स्कूल के बेंच पर बैठकर और पढ़कर नहीं समझ पाया वह ऑनलाइन कैसे बढ़ेगा ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एंड्राइड मोबाइल होना जरूरी है या लैपटॉप होना जरूरी है दोनों को चलाने के लिए रिचार्ज कराना जरूरी एक तरफ रिचार्ज कराना दूसरी तरफ स्कूल का फीस जमा करना तीसरी तरफ बच्चों के दिमाग में पढ़ाई ना समझ में आना ऐसे में गरीब तबके के लोग मरेंगे नहीं तो क्या करेंगे सरकार की उदासीनता का शिकार होते चली जा रही है आम नागरिक शिक्षा के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं प्राइवेट विद्यालय जिला प्रशासन आंख मूंदे बैठा हुआ है किस हक और अधिकार से विद्यार्थियों के अभिभावकों से मांगा जा रहा है स्कूल फीस जबकि बच्चा स्कूल गया ही नहीं।