Hamirpur
सपनों को साकार करने में,मेहनत को आत्मसात करें
हमीरपुर एक छोटे से कस्बा में जन्मे डॉ. राजेश अनुरागी आज समाज और देश के लिये मिशाल है। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा सरकारी स्कूल में ही हुई।
अपने छोटे से कस्बा से निकलकर डॉक्टर बनना और डॉक्टर बनने के बाद रॉक म्यूजिक बनाना। फिर समाज में गरीब बच्चों की शिक्षा के लिये कार्य करना। उनके लिये आसान न था।
बचपन से ही मेधावी रहे डॉ. अनुरागी ने जिस-जिस क्षेत्र में कदम रखा, उन्हें उस क्षेत्र में सफलता मिलती चली गई। हमीरपुर से ही 12 वीं तक पढ़ाई करने के बाद उनका सिलेक्शन CPMT में हो गया। और इसके बाद आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज से उन्होंने अपनी MBBS की डिग्री की। इसके बाद बनारस विश्वविद्यालय से एनस्थीसिया में MD की।
MBBS,MD करने के पश्चात उन्होंने अपने सबसे बड़े सपने को पूरा करने के लिये जुट गए और उन्होंने बहुत ही सीमित समय में अपना रॉक बैंड बनाया। और अब तक निशानी, जहर, आजादी नामक तीन म्यूजिक एलबम बनाये। उनका आजादी अल्बम समाजिक मुद्दों पर आधारित है।
डॉ. अनुरागी ने अपने गानों के माध्यम से समाज को जगाने का कार्य किया है। उन्होंने महिला सुरक्षा, समाज मे फैली जातिवादिता, अज्ञानता पर भी अपने गानों के माध्यम से सवाल खड़े किये है। उनके बैंड में आज सूर्या सिंह, ट्रे विल्हाइट, साहिल बजाज, अविनाश गौतम है।
डॉ. अनुरागी डॉक्टर, गायक होने के साथ-साथ एक समाजसेवी भी हैं। गरीब बच्चों की शिक्षा के लिये उन्होंने अपने मित्र अनुराग सिंह के साथ मिलकर “आओ मिलकर करें मदद” नामक एक स्वयंसेवी संस्थान की स्थापना भी की है। जिसके वह अध्यक्ष भी है। उनकी संस्था ने अबतक सैंकड़ों बच्चों को शिक्षित करने का कार्य किया है। उनकी टीम की दिन-रात की मेहनत से संस्था ने लड़कियों की क्रिकेट टीम, निःशुल्क कंप्यूटर लैब, और भी अनेक सराहनीय कार्य किये हैं।
लॉक डाउन के वक्त डॉ. अनुरागी ने विभिन्न संस्थानों के लिये धन जोड़ने का कार्य तो किया ही है साथ ही साथ उनकी अपनी संस्था “आओ मिलकर करें मदद” ने 1000+ से ज्यादा परिवारों को निःशुल्क राशन पहुंचाने का कार्य किया है।
आज देश व समाज को डॉ. अनुरागी जैसे डॉक्टरों, गायकों, समाजसेवियों की जरूरत है। जो अपने कार्यक्षेत्र के अलावा समाज व देश निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।