LUCKNOW
सरकारी भूमि कब्जा का झूठा आरोप लगाकर एक अस्थाई शिव बिल्डिंग का चबूतरा एक शिवलिंग से छेड़छाड़
लखनऊ : सरकारी भूमि कब्जा का झूठा आरोप लगाकर एक अस्थाई शिव बिल्डिंग का चबूतरा एक शिवलिंग से छेड़छाड़ कर सैकड़ों कांवरियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है
हम लोगों या संघ की कोई भी मनसा सरकारी भूमि पर कब्जा के नहीं थी हम सैकड़ों डाक बम कांवरिया पिछले 3 सालों से इसी जगह से कानपुर बिठूर के लिए गंगा जल को भरकर आते हैं और गंगाजल से मनकामेश्वर मंदिर डालीगंज में जलाभिषेक करते हैं और बाद में आकर शिवलिंग को उठाकर आगे मंदिर में स्थापित करा लेने का विचार था हर बार की भांति इस साल शिवरात्रि के शुभ अवसर पर हम सब लोगों ने यही किया लेकिन सब की राय से इस बार हम लोगों ने एक अस्थाई शिवलिंग तौर पर नीचे ईटा रखकर उस पर शिवलिंग रख दी थी अस्थाई जो कि हम कांवरिया लौटकर शिवलिंग को आगे बने मंदिर में स्थाई रूप से स्थापित करवा देते लेकिन जब तक हम लोग लौट कर आए तो देखा किस शिवलिंग का चबूतरा तोड़ दिया गया है और शिवलिंग अलग पढ़ी थी नंदी जी भी अलग पड़े हुए थे कल स भी अलग था जिसको देखकर सैकड़ों शिव कांवरिया भक्तों एवं महिलाओं में नाराजगी उत्पन्न हुई वहां पर शिव जयकारे के नारे लगाने लगे वहां मौजूद पुलिस बल ने कांवरियों पर लाठीचार्ज किया पड़ोस में रहने वाले आरती श्रीवास्तव अनुराग श्रीवास्तव पेशकार सहकारी न्यायाधिकरण उत्तर प्रदेश निवासी एक 1 बटा 43 सेक्टर 1 जानकीपुरम विस्तार लखनऊ ए के श्रीवास्तव निवासी एक बटा 15 सेक्टर 8 जानकीपुरम विस्तार लखनऊ एक बटा दो सेक्टर 1 जानकीपुरम विस्तार लखनऊ का प्रमुख रुप से इन लोगों की मंशा इस पर कब्जा करने की है और वह वकील होने का दावा भी करते हैं इन्हीं लोगों ने इस शिवलिंग को तोड़ा है एक चतुर ताकि एक बटे 42 रहने वाले ही इस पर तीनों लोग मिलकर दुकानें बनाना चाहते हैं यह बाद में मोहल्ले के लोगों ने बताया है हम लोगों की कोई भी इरादा इस जमीन को कब्जे का नहीं था