अनलॉक में भी जरूरतमंदों की मदद करने में पीछे नहीं है शमशाद आलम(एडवोकेट)

व्यवसाय से समाजसेवा की ओर एक कदम

अनलॉक में भी जरूरतमंदों की मदद करने में पीछे नहीं है शमशाद आलम(एडवोकेट)

गोरखपुर(मंडल प्रभारी विनय त्रिपाठी) ।गोरखपुर शहर के सुप्रसिद्ध व्यवसाई की एक अनसुनी कहानी। कैसे बन गए व्यवसाई से सुप्रसिद्ध समाजसेवी,
राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ) व हाजी वजीर वेलफेयर फाउंडेशन के संस्थापक शमशाद आलम एडवोकेट अनलॉक में भी गरीबों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और पीछे नहीं है वह अभी भी अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे हैं। उनका कहना है कि जब वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा विश्व जूझ रहा हूं, ऐसी स्थिति में लॉकडाउन के बाद अनलॉक में भी लोग असहाय और जरूरतमंद हैं और उनको पहले से ज्यादा मदद की जरूरत है इसीलिए वह अभी भी अपनी सेवा कार्य को जारी रखे हुए हैं। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि ईश्वर ने यदि मानव जीवन दिया है तो उसका सेवा भाव के साथ जीवन यापन करना चाहिए और लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि आज जो भी समाज के जरूरतमंदों में हम लोग सेवा भाव से अपने आप को समर्पित कर रहे हैं वह सब सिर्फ ईश्वर की अनुकंपा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में सारे लोग लॉकडाउन में परेशान थे उन सभी के परेशानियों को देखते हुए हम लोगों की सेवा में लगे रहे साथ ही साथ आज लोगों के आशीर्वाद से हम लोग इस लायक हैं कि अनलॉक भी लोगों की सेवा कर रहे हैं।
शमशाद आलम ने बताया कि व्यवसाय उनका व्यक्तिगत जीवन है और उसे अपना जीवन यापन करने के लिए वह व्यवसाय करते हैं। समाज सेवा उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली है उनके पिता का यह सिद्धांत था कि अगर ईश्वर ने आपको संपन्न बनाया है तो सदैव दूसरे की मदद करनी चाहिए जिसके प्रारूप वह कार्य करते थे वहीं से शमशाद आलम को यह प्रेरणा मिली और आज वह स्वयं निरंतर सेवा कार्यों में लगे हुए हैं। सिर्फ गोरखपुर ही नहीं, लखनऊ, बाराबंकी जैसे शहरों में भी उनके व सेवा कार्य की खूब चर्चा हो रही है।
वैसे शमशाद आलम पिछले 6 सालों से समाजसेवा में पूर्ण रूप से सक्रिय हैं साथ ही साथ उन्हें बहुत सारे संबंधों से सम्मानित किया गया है जिनमें कुछ इस प्रकार हैं जैसे ऐतिहासिक गुरुद्वारा जटाशंकर गोरखपुर के द्वारा समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। साथ ही साथ तहजीब ए अवध फाउंडेशन द्वारा सोशल वर्कर अवॉर्ड, आबरू ए गजल खुमार बाराबंकवि समाज सेवा अवॉर्ड, सृष्टि द्वारा उत्कृष्ट समाज सेवा सम्मान, समेत अनेकों सम्मान से सम्मानित किया गया है।