अम्बेडकरनगर : थाने पर सक्रिय दलाल, फरियादी बेहाल
ब्यूरो अंशुमाली कान्त चतुर्वेदी
अंबेडकरनगर
बेवाना थाने में इन दिनों दलालों की चांदी है और फरियादी बेहाल हैं। फरियादियों को अपनी बात कहने के लिए दलालों के पास से होकर गुजरना पड़ता है। शासन के फरमान के बाद भी पुलिस और फरियादियों के बीच का रिश्ता नहीं सुधर रहा है। इसके कारण फरियादी पुलिस के पास जाने से कतराते हैं और इसका बेजा फायदा थाने में सक्रिय दलाल उठाते हैं। यह फरियादियों का काम कराने के एवज में मोटी रकम वसूलते हैं और उसमें साहब भी खुश और दलाल भी मालामाल हो रहे हैं। थाने में कुछ दलाल अपनी गहरी पैठ बना बैठे हैं। थानाध्यक्ष कोई भी रहे, उनके संबंध हमेशा से ही मधुर रहते हैं। क्यों कि दलाल साहब को एक मोटी रकम दिलाते हैं, जिसका प्रतिफल उन्हें भी मिल ही जाता है। बेवाना थाना अंतर्गत अहेथिया किशुनीपुर थाना बेवाना का मामला प्रकाश में आया है। इसमें पुलिस पीड़ित को विश्वास में रखकर मामले में टालमटोल कर रही है। विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी के द्वारा थानाध्यक्ष की चौखठ चूमी जा रही हैं, लेकिन पुलिस से पार पाना भी आसान नही है। इस मामले में पुलिस ने 2 महीने से पीड़ित को विश्वास में रखा है, परंतु ना तो मुकदमा पंजीकृत किया गया और ना ही गेहूं दिलवाया गया। लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकला है। सूत्र बताते हैं कि रात को कंबाइन मशीन द्वारा गेहूं चोरी से काटने के मामले में यशवंत यादव अहेथिया किशनीपुर बेवाना जनपद अंबेडकरनगर को परेशान करने के पीछे पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस वाले इसके एवज में मोटी रकम वसूल कर चुके हैं। यही कारण है कि पुलिस और पब्लिक का रिश्ता हमेशा से ही भय वाला बना रहता है। आखिर किन कारणों से थानाध्यक्ष बेवाना के हाथ बधे हुए हैं। पीड़ित थाने का चक्कर लगाते लगाते हुआ परेशान। जबकि पीड़ित अपने परिवार का एकलौता खर्च चलाने वाला जिम्मेदार व्यक्ति हैं और विकलांगों भी हैं साहब को यह भी तरस नहीं आई कि विकलांग को बार-बार थाने का चक्कर लगा रहा हैं।