ब्यूरो ऐ. के. चतुर्वेदी
अम्बेडकर नगर, 12 मई। कोरोनावायरस की बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने जहां बाहर से आ रहे प्रवासी श्रमिको को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद घरेलू एकांतवास में रहने की गाइडलाइन जारी की है वही कटेहरी विकासखंड के खेंवार गांव के लोगों ने गांव के साथ-साथ लोगों को सुरक्षित रखने के लिए एक अनूठी पहल की है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने अपनी सुविधाओं को देखते हुए जिस प्रकार की गाइडलाइन जारी की है वह पूरे समाज को संक्रमण के दायरे में ला देगी। ग्रामिणो के अनुसार कोरोनावायरस जिस प्रकार से फैल रहा है उससे बाहर से आने वाले लोगों को निर्धारित समय अवधि तक अलग रखना ही उनके खुद के साथ-साथ उनके परिवार व समाज के लिए श्रेयस्कर हो सकता है। हिंदू युवा वाहिनी के जिला मंत्री विशाल उपाध्याय की पहल पर ग्रामीणों ने बैठक कर जो निर्णय लिया है उसकी जगह-जगह प्रशंसा हो रही है हालांकि इस निर्णय का गांव में विरोध भी किया गया। ग्राम प्रधान द्वारा भी इसका समर्थन नहीं किया गया इसके बावजूद ग्रामीणों ने बाहर से आ गए लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था स्वयं से करने का निर्णय लिया है। विशाल उपाध्याय ने बताया कि गांव में जो भी प्रवासी श्रमिक आ रहे हैं उन्हें प्राथमिक विद्यालय के परिसर में एकांतवास में रहने की व्यवस्था की गई है। एकांतवास में रहने वाले लोगों के लिए चारपाई, बिस्तर व भोजन सहित अन्य आवश्यक सामानों की व्यवस्था ग्रामीण अपने खर्चे पर करेंगे। उनका मानना है कि यदि बाहर से आने वाले लोग सुरक्षित होंगे तभी उनका परिवार और समाज सुरक्षित रह सकेगा। काश,अन्य गांव के लोग भी इस पहल से कोई सीख ले पाते।