कानपुर में बदमाशों की गोली से पुलिस के 8 जवान शहीद होने पर कांग्रेसियों ने शोक सभा कर अर्पित की श्रद्धांजलि
कानपुर की घटना प्रदेश में ‘जंगलराज’ की भयावह तस्वीर:धर्मेंद्र देव
रामपुर । कानपुर में हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर बदमाशों की अंधाधुंध फायरिंग से शहीद हुए 8 पुलिस के जवानों आधा दर्जन से ज़्यादा पुलिस कर्मियों के घायल होने पर कांग्रेसियों ने कार्यलय पर शोकसभा कर शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र देव गुप्ता ने कहा कि पिछले समय में मुख्यमंत्री लगातार सड़कों पर,सदन में कहते नहीं थकते थे कि,’अपराधी या तो जेल में हैं या उप्र छोड़ कर भाग चुका है।सबको याद होगा इससे पहले इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की भीड़ ने हत्या की थी,हत्यारोपीयों को भाजपा सरकार के लोग कंधे पर घुमाने का काम करते थे जिस अपराधी ने आज घटना को अंजाम दिया है उसने एक राज्यमंत्री की भी हत्या की थी।यदि वो इतना बड़ा हिस्ट्रीशीटर था तो अब तक जेल से बाहर क्यूँ था?सत्ता के संरक्षण में इतनी बडी घटना हुईं है बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें यूपी पुलिस के सीओ,एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए और इतने ही घायल हैं।कहा कि यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ हमारी शोक संवेदनाएं।यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है,अपराधी बेखौफ हैं।यहां पर तो आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है।कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है।कांग्रेसियों ने मांग की है कि जो पुलिस कर्मी शहीद हुए है उनके परिवारो को नौकरी के साथ एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।
इस मौके पर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष मामून शाह खां,युवा कांग्रेस के ज़िला अध्यक्ष नौमान खां,सय्यद आमिर मियां,अकरम सुलतानी,हसीब खां,अंकुश अग्रवाल,दिव्यांश सिंघल,शरीफ अहमद,रघुवीर सिंह आदि मौजूद रहे।