
नसबंदी के पहले कोरोना की हो रही जाँच: डा. बीपी सिंह
देवरिया। दस दिनों में 17 महिलाओं ने नसबंदी करा कर परिवार नियोजन को बढ़ावा दिया है। कोरोना काल में अभियान की सफलता पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी सराहना की है। वहीं विभाग की टीम के साथ आशा और एएनएम घर-घर जाकर दम्पतियों को इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रही हैं और उन्हें परिवार नियोजन के जरूरी साधन भी उपलब्ध करा रही हैं।
एसीएमओ आरसीएच डा. बीपी सिंह ने बताया कि दस दिन में 17 महिलाओं ने नसबंदी करायी है। उन्होंने बताया सीएचसी देसही देवरिया में आशा कार्यकर्ता माया साहनी, संध्या और शैल देवी की मदद से 14 जुलाई को तीन महिलाओं को नसबंदी सेवा डॉ. सूर्यभान सिंह कुशवाहा ने, पथरदेवा सीएचसी पर आशा कार्यकर्ता बबिता , सुमन जायसवाल, सुनीता देवी और विद्यावती देवी की मदद से 15 जुलाई को छह और गौरीबाजार सीएचसी पर आशा कार्यकर्ता लछमी, कामिनी, आशा और मेवाती देवी की मदद से 16 जुलाई को आठ महिलाओं को नसबंदी सेवा डॉ. अजय शाही ने दी। उन्होंने बताया जनपद में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ही नसबंदी की जा रही है। नसबंदी से पहले सभी की कोरोना की जाँच की जाती है। डीसीपीएम राजेश गुप्ता ने बताया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में महिलाओं को नसबंदी कराने के लिए प्रोत्साहित करने में आशा कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। कोराना काल में भी वह घर-घर जाकर दम्पतियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक कर रही हैं। आशा कार्यकर्ता उन घरों में विशेष रूप से संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं, जहां नव-विवाहित दंपति रह रहे हैं। आशा कार्यकर्ता इन लोगों को परिवार नियोजन की महत्ता बताते हुए उनकी पसंद के अनुसार गर्भ निरोधक साधन जैसे माला एन, छाया, सी पिल्स एवं कंडोम उपलब्ध करा रही हैं।