गंगाघाट कोतवाल बने अरविंद सिंह, सतीश गौतम को आईजीआरएस सेल भेजा गया

 

-दस महीने के कार्यकाल में अपराधों का ग्राफ बढ़ा

शुक्लागंज (गोलू यादव)। गंगाघाट कोतवाल सतीश गौतम के दस माह के कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में अपराधों का ग्राफ बहुत तेजी से बढ़ा है। सतीश गौतम गंगाघाट में बढ़ते अपराध को रोक पाने पाने में फिसड्डी साबित हो रही है।
पिछले वर्ष 14 सितंबर को गंगाघाट कोतवाली का चार्ज सतीश गौतम ने संभाला था। चार्ज लेने के बाद कुछ दिनों तक कोतवाली क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में था। उसके बाद गंगाघाट क्षेत्र मानो अपराध का गढ़ बन गया हो कोतवाली क्षेत्र में आये दिन लूट,चोरी होती रही है। वही कोतवाली क्षेत्र के सुखलाल खेड़ा में खूनी संघर्ष जिसमे हत्या हुई। दूसरी राजीवनगर में एक युवक को चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। जिसका हत्यारा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। वही पत्रकार शुभममणि की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दिया गया था। पत्रकार हत्याकांड की गूंज राजधानी तक पहुंच गई थी। मृतक पत्रकार की पत्नी ने गंगाघाट कोतवाल सतीश गौतम को सस्पेंड करने की मांग किया था। गंगाघाट कोतवाल सतीश गौतम की शिकायत लखनऊ के आलाधिकारियों के पास पहुंची थी। लगातार मिल रही शिकायत के बाद उन्नाव पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने गुरुवार को सतीश गौतम का तबादला कर आईजीआरएस सेल भेज दिया है। अजगैन कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह को गंगाघाट का चार्ज दिया गया है।

-रात होते ही कोतवाली गेट पर सक्रिय हो जाते थे दलाल

गंगाघाट कोतवाली में पिछले कई महीनों से दलालों का बोलबाला चला आ रहा है। रात होते ही कोतवाली गेट पर दलाल सक्रिय हो जाते थे। कोई पीड़ित व्यक्ति आता था तो पहले दलाल से पीड़ित का सामना होता था। दलाल पीड़ित से धन उगाही करके कार्यवाही का आश्वासन देता था। और कोतवाली में जाकर मामला दर्ज करवाने का काम करते थे। देखना यह होगा किनवांगत कोतवाल अरविंद सिंह दलाली को रोक पाने में कितना सफल हो पाते है।