गोंडा : सरकार द्वारा उपलब्ध सीयूजी नम्बर नही उठाते अधिकारी,वाट्सएप ग्रुपों से बना ली दूरी
आखिर कैसे आम नागरिक अधिकारियों तक पहुचाऐ अपनी बात
संवाददाता : अंशुमाली कांत चतुर्वेदी
भारतीय गौ रक्षा वाहिनी की राष्ट्रीय मीडिया सचिव ने सीयूजी नंबरों की सुरक्षात्मक कोड हटाने की उठाई मांग
गोंडा : मामला गोंडा जिले का है जहां पर गोंडा के डीएम डॉक्टर नितिन बंसल ने जैसे.ही अपना पदभार सम्भाला । गोंडा आते ही सबसे पहले वह सभी पत्रकार बंधुओ के व्हाट्सअप ग्रुप से लेफ्ट हो गये और जनता की बात सुनने के लिऐ सरकार द्वारा दिऐ गये सीयूजी नम्बर पर सुरक्षात्मक कोड लगा लिया जिससे न तो उनको कोई अपने ग्रुप से जोड़ पाता और न ही उनको कुछ जनहित की खबरे भेज पाता । इतना ही नही साहब ने हमारी समस्या देखी अथवा नहीं सूचना देने वाले को यह पता ही नही चल पाता । कुछ ऐसा ही जिले के कप्तान राजकरन नैय्यर ने भी किया मजे की बात तो यह रही कि शायद इन लोगों की शुरुआत के साथ डीडीओ ने अपने सीयूजी मोबाइल नम्बर की प्राइवेसी बंद ही की थी कि कुछ दिन बाद सीडीओ ने यही नीति अपना डाली कि अभी हाल ही जनपद मे आये एडीएम महोदय. भी आते ही यह प्रक्रिया सीख चुके थे कि लोगों के शिकायत पर अब वह एक दो ग्रुप से जुडकर खबरे देख लेते है ऐसे करते करते कितने नाम बताऐ जिले के 50% अधिकारी अपने सीयूजी नम्बर पर सुरक्षात्मक कोड लगा लिए है।
मा योगी जी के द्वारा आदेशित किया गया है कि इस कोरोना महामारी (covid-19) के समय पीड़ित जन अपनी समस्या से अवगत कराकर सहायता प्राप्त करें जिसमे कुछ मीडिया कर्मी भी मा मुख्यमंत्री महोदय के आदेश का पालन करके जन सहयोग में लगे है किंतु अधिकारियों के क्रिया कलापों द्वारा हतोत्साहित होकर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं।
यहां यह बताते चले कि इन अधिकारियों को जो सरकार द्वारा सीयूजी नम्बर दिये जाते हैं । जनता की सेवार्थ होते हैं।वे सार्वजनिक होते है साथ ही आम नागरिक अपनी बात इन लोगों तक कभी किसी वक्त पहुचाने लिऐ स्वतंत्र होता है लेकिन साहब को जब किसी जनमानस की समस्या निवारण हेतु फोन किया जाता हैं तो फोन साहब के पी०आर०ओ० उठाते हैं।जवाब आता है साहब मीटिंग में हैं। अगर आप तीन बार यह प्रक्रिया करते हैं तो चौथी बार साहब का फोन नहीं उठता ।यहां यह कहना गलत नही होगा कि शायद अगर किसी को गंभीर चोट लगी हो तो उसका घाव भी पूरा हो जाऐ लेकिन साहब से फोन पर बात नहीं हो पाती…………? इतना ही नही बल्कि एक जानकारी के मुताबिक अगर मीडिया कोई खबर लगाती या खबरो के ग्रुप मे डालती तो साहब खबरों को संज्ञान में भी नही लेते है ऐसे मे पीड़ित थक हार कर बैठ जाता हैं। इससे इनके अधीनस्थ कर्मचारी और अराजकतत्वों के हौंसले और भी बुलंद जाते है अगर उम्मीदें भी लगाई जाए तो कुछ ईमानदार कोतवाल ऐसे है जो पीड़ित का काम पैसे लेने के बाद सुनवाई करते है अपराधियों को सजा दिलाने के नाम पर मौज करते है कुछ कोतवाल पहले पीड़ित का अभियोग पंजीकृत करते बाद में अपराधी का पैसा लेकर पीड़ित पर भी विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर देते है ऐसे चल रही हैं इस जनपद की कानून व्यवस्था। इतना ही नही कुछ तो बिना विवेचना किए पहले अपराधी की ओर से मुकदमा दर्ज करके अपनी जेब गरम कर प्राथमिकी लिख देते हैं बाद में जब पत्रकारों का दबाव बनता है तब जाकर मामूली धाराओं में पीड़ित का भी मुक्कदमा पंजीकृत कर लेते है लेकिन जब उसका साक्ष्य लेकर पीड़ित नेता या पत्रकार के साथ जाता है तो बिबेचना की बात बताकर मामला सीओ पर डाल देते है ।जिसका मुख्य कारण होता कि जब जिस जिले का अधिकारी ही समस्या नही सुनेगा तो जिले अधिकारियों के अधीन अधिकारी बेलगाम हो ही जायेंगे——–? इन्ही मामलो को संज्ञान मे लेते हुऐ भारतीय गौ रक्षा वाहिनी की राष्ट्रीय सचिव युवा प्रकोष्ठ पुनीता मिश्रा ने आम जनमानस की समस्याओ को देखते हुऐ उठाई आवाज और सुश्री मिश्रा ने कहां अगर सरकार इस गोण्डा जिले के अधिकारियों के सीयूजी नम्बरों को आम जनमानस के लिऐ खोलने पर विचार नहीं करेगी तो जितने मामले डेली सरकार के पोर्टल पर आते है 50% भी सरकार नहीं सुधार पायेगी शुश्री मिश्रा ने ये भी कहा गोंडा तो बानगी है बाकी लोगों से बात करने पर पता चला है कि लगभग हर जिले के अधिकारी का यहीं हाल है
सुश्री मिश्रा ने यह भी बताया कि भारतीय गौ रक्षा वाहिनी युवा प्रकोष्ठ व राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ-भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ताआरसी शर्मा निरंकारी जी, राष्ट्रीय पत्रकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट देह अदानी व एडवोकेट सज्जन सिंह, भारत जनरलिस्ट काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय पत्रकार संघ संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कपिल तिवारी ,राष्ट्रीय पत्रकार संरक्षण परिषद भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संचालन आचार्य पंडित ब्रिज कुमार दीक्षित व राष्ट्रीय अध्यक्ष गौ गीता गंगा संगठन श्री विनय कुमार मिश्र ने भी सुश्री मिश्रा का समर्थन किया है.।साथ ही आचार्य पंडित ब्रिज कुमार दीक्षित ने जानकारी दी है कि हरदोई के डीएम श्री पुलकित खरे ने आचार्य ब्रिज कुमार दीक्षित का नंबर अपने व्हाट्सप्प पर ब्लॉक कर दिया है।
(फ़ाइल फोटो : पुनीता मिश्रा गोंडा भारतीय गौ रक्षा वाहिनी राष्ट्रीय मीडिया सचिव)