चेकिंग के नाम पर आये दिन लोगों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है यूपी पुलिस

 

चेकिंग के भय से गयी एक परिवार के दो सदस्यों की जान,मृतका का पति पुलिस को दे रहा दुहाई

एस.पी.तिवारी/प्रशान्त पाण्डेय

लखीमपुर-खीरी।जी हां सही पढ़ा आपने यूपी पुलिस जो लोगों का सुरक्षा कवच हैं।कोरोना काल में पुलिस प्रशासन द्वारा मास्क व हेलमेट के नाम पर उत्तर प्रदेश पुलिस आज के दौर लोगों के लिए काल बनी हुई है।आये दिन चेकिंग के नाम पर लोगों प्रताड़ित करने का काम अगर कोई कर रहा तो वह है उत्तर प्रदेश पुलिस जो जगह जगह गली मोहल्ले चौराहों पर अपने हमराहियों के साथ खड़े होकर चेकिंग की जा रही ही।और साहब के आगे नियम कानून कोई भी मायने नहीं रखे जाते हैं।दूसरों के लिए साहब मास्क के नाम पर चेकिंग कर खुद के लिए कोई नियम कायदे नहीं है।साहब के हमराही इस कदर चेकिंग के नाम पर लोगों को रोकने का काम करते हैं मानों की कितना बड़ा अपराधी हो।साहब चलेंगे तो न मास्क न हेलमेट न सीटबेल्ट कुछ भी नहीं मायने रखा जाता है।क्योंकि साहब दूसरों का चालान करतें हैं साहब का कोई थोड़े न करेगा।

पुलिस के खौफ से गई एक और परिवार की जान

ताज़ा मामला तहसील निघासन से सामने आया है जहां मंगलवार शाम पलिया स्टेट हाइवे पर पुलिस द्वारा चालान किया जा रहा था।पुलिस के खौफ से बाइक सवार गुड्डू पुत्र हरनाम 26 वर्ष निवासी फरदहिया जो की अपनी (23) वर्षीय पत्नी प्रियांसी को लेकर पिर्थीपुरवा गया वहीं लोनियनपुरवा के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी।गाड़ी रोकने के चक्कर में ट्रक सवार ने बाइक के टक्कर मारी दी जिससे बाइक सवार की पत्नी प्रियांसी व छह माह की बेटी की मौके पर मौके पर ही मौत हो गई।लोगों की भीड़ जुट गई है।मृतका के पति और परिवार वाले और आक्रोशित भीड़ ने पुलिस को दुहाई देते हुए नहीं चुक रहे हैं।मृतक का क्षेत्राधिकारी प्रदीप वर्मा
सीओ निघासन प्रदीप वर्मा से जब इस बाबत घटना की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया यह एक संयोगवश हुआ हैं।घटनास्थल के कुछ दूरी पर पुलिस चेकिंग कर रही थीं।और घटना घट गई ना ही पुलिस ने बाइक सवार को रोका था।जिससे बाइक सवार हड़बड़ा गया हो और घटना हो गई हो।इसे आप इत्तफाक कह सकते हैं।इस घटना से पुलिस का कोई वास्ता नहीं है।