जौनपुर : गाँव की ओर लौट रहे लोग – याद आया गाँव और पीपल की छांव
संवाददाता : आलोक उपाध्याय
जंघई/जौनपुर :- क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में शहरों में नौकरी व्यवसाय करने वाले लोग अपने गांवों को लौट रहे हैं,तो वही परदेश से लौट रहे परदेशी जहां अपनो के बीच खुश है तो वही लोगों को टीस है कि इस वैश्विक महामारी के संकट के इस घड़ी में वहां के जिम्मेदार लोगों द्वारा बर्ताव अच्छा नही हुआ।
कुछ इसी तरह का मामला क्षेत्र के बभनियांव गांव निवासी राजकुमार सिंह (राजू) के साथ हुआ,अपने साथ इस घटना को बताते हुए राजकुमार के आँखों से अश्रु नही रुक रहे थे, उन्होंने बताया कि लगभग 15 वर्ष पूर्व घर द्वार छोड़कर मुम्बई रोज़ी रोटी के लिए चला गया और मेहनत ईमानदारी से वहां धंधा व्यापार कर जीवन-यापन करने लगा। किन्तु धीरे धीरे आधुनिकता की दौर में इस तरह पिलता गया कि अपने गांव की माटी को भूलने लगा था। लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दुर्दिन समय मे अपनों का अहसास हुआ । उन्होंने कहा की अब परदेश में जाकर व्यापार करने की इच्छा नही हो रही है। अपनी जन्मभूमि गांव से बढ़कर इस धरती पर कुछ भी नही है।
पिता कमलाशंकर ने कहा कि पिछले कई सालों से खाली पड़े घर में बेटे परिवार के बीच समय कब बीत जा रहा है पता नही ही नही चलता
राजकुमार की माता निर्मला देवी ने कहा कि कोविड-19 की दहशत के बीच गांवों के साथ ही अन्य गांवों में भी लोग वापस लौट रहे हैं, अपने बच्चों परिवार को देख खुशी हैं।