टाटा कैपिटल नाम से फर्जी वेबसाइट बना कर लोन दिलाने वाले ठग गिरफ्तार
बहराइच (ब्यूरो): संतोष कुमार निवासी रुपईडिहा द्वारा 25 लाख का लोन दिलाने के नाम पर 479000/-रुपये लिए जाने की शिकायत प्राप्त होने पर थाना रुपईडिहा में अभियोग संख्या- 22/20 धारा 419/420 ipc पंजीकृत था जिस पर पुलिस अधीक्षक बहराइच डा0 विपिन कुमार मिश्रा द्वारा शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया था, जिस पर प्रभारी निरी0 साइबर सेल निखिल श्रीवास्तव व साइबर टीम के वर्क आउट व निर्देशन में 3 अभियुक्तों को अभिरक्षा में लिया गया है ।
अभियोग पंजीकरण के पश्चात भी अभियोग के वादी द्वारा पुन: अभियुक्तों द्वारा लोन के कैंसिल हो जाने तथा ठगे गये रुपयों 479000/- को 9.3% ब्याज सहित 606730/-रुपये वापस कर दिये जाने की बात कही गयी जिसके लिए उसे कैंसिलेशन चार्ज 22730/- देने हेतु कहा गया। साइबर सेल प्रभारी द्वारा वादी से अभियुक्तों से बिना पैसे का अंतरण किये बातचीत करते रहने का सुझाव देते हुऐ गहन जांच में जुट गये। जांच से ज्ञात हुआ कि टाटा कैपिटल नाम से फर्जी वेबसाइट बना कर अभियुक्तगणों ने देहरादून तथा पौढ़ी जिले के कुछ लोगों के खाते के माध्यम से पैसे ठगे थे तदुपरांत साइबर सेल व थाना रुपईडिहा की संयुक्त टीम देहरादून पहुंची जहां खाता धारकों से पूछताछ से नई दिल्ली स्थित संदिग्धों के नाम प्रकाश में आये,इसके पश्चात साइबर तथा रुपईडीहा टीम शिवविहार, नांगलोई, नयी दिल्ली पहुंचे जहां 3 संदिग्ध लोग संबंधित उपकरणों सहित उपस्थित मिले। उक्त संदिग्धों के पास से टाटा कैपिटल से सम्बन्धित पोस्टर/ अभिलेख, फर्जी कम्पनी स्मार्ट एन्ड टेक्नोलाजी सर्विसेज प्रा0 लि0 से सम्बन्धित अभिलेख,1खाली सिम,12 विभिन्न कम्पनियों के सिम,5मोबाइल,2 लैपटॉप, 13 विभिन्न बैंकों के ATM कार्ड तथा पहचान-पत्र बरामद हुए। उक्त संदिग्ध व्यक्ति शशि जोशी पुत्र रंजीत कुमार जोशी निवासी H-41, ब्लाक H, कुंवर सिंह नगर थाना निहाल बिहार,दिल्ली, कमलेश गुप्ता पुत्र श्री राम स्वरूप गुप्ता निवासी C 64/65 गली नम्बर 4, कुंवर सिंह नगर थाना निहाल बिहार, दिल्ली, सुमित कुमार शर्मा पुत्र स्व0 किशन शर्मा निवासी A-162 रिशाल गार्डेन नागलोई ,थाना निहाल बिहार, दिल्ली पूछताछ हेतु थाना रुपईडिहा लाये गए जहां गहन पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लेने के बाद उन्हें विधिनुरुप अभिरक्षा में लिया गया है उनके ठगने का तरीका इस प्रकार था वे
प्रथम चरण में फर्जी वेबसाइट बनाते थे जिस पर लोन प्रदान करने संबंधी सूचनाएं होती हैं साथ ही न्यूज पेपरों में इन फर्जी वेबसाइटों के विज्ञापन भी प्रसारित करवाते थे।इन पर अभियुक्तों के मोबाइल नम्बर पड़े होते थे जिस पर आम लोग फोन करते थे।
दूसरे चरण में ये लोग कुछ अन्य लोगों के खाता नम्बर/ATM कार्ड/नेटबैंकिंग के पासवर्ड उन्हे प्रति खाते 9000/-रुपये किराये के रुप में देकर हस्तगत कर लेते थे,इन खातों में अपने मोबाइल नम्बर अपडेट कर इनसे सभी ठगी के कार्य यथा लोन/बीमा/प्रोसेसिंग फीस/कमीशन आदि के नाम पर पैसे अंतरित करवा देते थे।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में रुपईडिहा पुलिस के उपनिरीक्षक सत्येन्द्र यादव आरक्षी जगमिंदर यादव आरक्षी प्रतीक वर्मा और
साइबर टीम के प्रभारी निरीक्षक निखिल श्रीवास्तव उपनिरीक्षक राघवेन्द्र प्रताप सिंह उपनिरीक्षक सौरभ सिंह
आरक्षी प्रदीप गंगवार आरक्षी रचित आरक्षी नीरज सिंह मौजूद थे |