टीबी रोगियों को करें चिन्हित, कोरोना से बचाव का बताएं तरीका- डाँ विवेक श्रीवास्तव

टीबी रोगियों को करें चिन्हित, कोरोना से बचाव का बताएं तरीका- डाँ विवेक श्रीवास्तव

महराजगंज(हरिशंकर गुप्ता)। टीबी रोगियों को करें चिन्हित, कोरोना से बचाव का बताएं तरीका’’
गांव-गांव संवाद करने के लिए प्रशिक्षित किए गए वालंटियर्स ,वर्ष 2025 तक जिले को टीबी मुक्त करने को स्वास्थ्य विभाग की पहल!
जिला क्षय रोग अधिकारी डाँ विवेक श्रीवास्तव जिला क्षय रोग अधिकारी डाँ विवेक श्रीवास्तव!

जिले को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गतिविधियां तेज कर दी है। लॉकडाउन के बाद अब नए टीबी रोगियों को चिन्हित करने तथा जनमानस को कोरोना से बचाव का तरीक़ा बताने के लिए सभी वालंटियर्स को तरीका बताया गया।राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2025 तक जिले को टीबी मुक्त करने के लिए राजकीय टीबी क्लीनिक सभागार में आयोजित कार्यशाला में अक्षया प्रोजेक्ट के वालंटियर्स को जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. विवेक श्रीवास्तव ने आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से अप्रैल व मई माह में टीबी रोगियों के चिन्हीकरण का कार्य नहीं हो सका है। मगर अब सभी वालंटियर्स गांव-गांव जाएँ तथा फिज़िकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जन सामान्य से संवाद स्थापित करें। यदि किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखे तो उसका बलगम का नमूना लेकर जांच कराएं। जांचोपरांत यदि कोई व्यक्ति पॉजिटिव मिले तो उसकी दवा भी शुरू कराएं। साथ ही ग्रामीणों को कोरोना से बचाव का तरीक़ा भी बताएं।
लोगों को मॉस्क लगाने, दो गज की दूरी बनाकर रहने तथा समय समय पर पर साबुन पानी से कम से कम 60 सेकेंड हाथ धुलने के लिए प्रेरित करें।
यह भी बताएं कि 60 वर्ष आयु के लिए, बच्चे एवं गर्भवती घरों से बाहर न निकलें, बहुत जरूरी हो तो मास्क लगाकर ही बाहर निकलें। जहां भी जाएँ दो गज की दूरी बनाकर रहें।
ग्रामीणों से यह भी अपील करें कि यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखें तो इसकी सूचना गांव की आशा कार्यकर्ता को दें, अगर कोई प्रवासी गांव में आता है बिना बताएं घर में रहता तो उसकी सूचना निगरानी समिति को दें, ताकि उसकी जांच व क्वारंटीन किया जा सके।
कार्यशाला में राजकीय टीबी क्लीनिक के जिला समन्वयक हरिशंकर त्रिपाठी और अक्षया प्रोजेक्ट के समन्वयक अश्विनी चतुर्वेदी ने टीबी क्लीनिक के क्षेत्र कर्मचारियों व अक्षया प्रोजेक्ट के वालंटियर्स को गांव गांव संवाद करने के तरीके को विस्तार से बताया।
कार्यशाला में अतुल सिंह, विवेक पांडेय, अर्जुन सिंह, केशव शुक्ला, प्रवीण पाण्डेय, विशाल सिंह,राघवेंद्र त्रिपाठी, अनुपम श्रीवास्तव प्रमुख रूप से मौजूद रहे।