
कछौना /हरदोई ( अनुराग गुप्ता )। विकासखंड के अंतर्गत ग्राम सभा महरी के मजरा सेमरा खुर्द में स्थित सबसे बड़ा तालाब हंसूड़ा तालाब रकबा 11.730 हेक्टेयर में खड़े लगभग 14 बीघे राष्ट्रीय पुष्प कमल को अवैध कब्जे दारों ने रातों-रात खोदकर बेच दिया और वहां पर सिंघाड़ा की बेल डाली जा रही है और जिम्मेदार अनजान बने हुए है।
बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी के निर्देश पर विकास खंड अधिकारी कछौना रोहिताश ने उक्त तालाब का निरीक्षण कर इस तालाब को कब्जा मुक्त कराने का निर्देश दिया था तालाब पर लेखपाल के द्वारा पैमाइश भी की गई लेकिन दबंग कब्जे दारों ने कब्जा नहीं छोड़ा जबकि तालाब की लगभग 90 बीघा भूमि को फसल बोने के लिए जुताई की जा चुकी है और लाखों रुपए की मछली रातों-रात पकड़कर कब्जे दारों ने बिक्री कर दी और तालाब में लगभग 14बीघे भूमि पर राष्ट्रीय पुष्प कमल खड़ा हुआ था जिसको भी उन कब्जे दारों ने रातों-रात खुदवा कर बिक्री करवा ली अब वहां पर मात्र 2 बीघे कमल बचा हुआ है भव्य तालाब कभी 11. 730 हेक्टेयर रकबा में राष्ट्रीय पुष्प कमल गुलजार हुआ करता था और इसमें प्रवासी पक्षी आया करते थे लेकिन पट्टा होने के बाद पट्टे दारों के द्वारा धीरे-धीरे राष्ट्रीय पुष्प कमल को तालाब से नदारद किया जाता रहा जिसके बाद यह केवल 14 बीघा भूमि पर ही बचा था जिसको इस बार अवैध कब्जे दारों खोद कर बेच दिया।
जबकि तालाब में कुछ हिस्से में सिंघाड़ा की बेल कब्जे दारों के द्वारा डाली जा रही है जिसमें पड़ने वाली कीटनाशक दवाओं से तालाब में जीव जंतुओं की हानि होने के साथ-साथ पानी भी विषैला हो जाता है इससे तालाब प्रदूषित होता है तथा कई ऐसी रासायनिक दवाओं का उपयोग भी यह लोग सिंघाड़ा की फसल पर करते हैं जिससे तालाब में खड़े राष्ट्रीय पुष्प कमल को भारी क्षति पहुंचती है।
क्षेत्रीय लेखपाल इंद्रपाल कनौजिया से तालाब की जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि कल मौके का मुआयना करने के बाद यदि वहां पर सिंघाड़ा आदि किसी भी प्रकार की फसल की बुवाई रोपाई की गई है तो उसे हटवाया जाएगा और कमल को छतिग्रस्त करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।