HardoiUttar Pradesh
पाली नगर में सावन के पहले सोमवार को सन्नाटे में डूबे रहे मंदिर
>> मंदिरों पर जलाभिषेक पर रोक के चलते नहीं दिखे भक्त
>> पुलिसकर्मियों की भी मंदिर पर रही तैनाती
पाली, हरदोई ( दुर्गेश दीक्षित ) । कोरोना वायरस के बीच अनलॉक वन में श्रावण मास का आगाज़ हो चुका हैं। सावन के पहले सोमवार को पाली नगर के सुप्रसिद्ध पन्तवारी देवी मंदिर के साथ ही अन्य मंदिर व शिवालय सन्नाटे में डूबे रहे। न तो मंदिरों में हर हर भोले के जयकारे ही सुनाई दिए और न ही शिवभक्तों की भीड़। इस बार आस्था पर कोरोना का खौफ साफ दिखाई दिया। जलाभिषेक पर रोक के चलते इक्का दुक्का भक्त ही मंदिर पर आकर दर्शन कर चलते बने। वहीं पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद रही। ताकि कोई प्रशासन के निर्देशों का उल्लंघन न कर सके।
सावन के प्रथम सोमवार को इलाके के शिव मंदिरों और शिवालयों मे घंटों की घनघनाहट के बीच हर-हर महादेव बम बम भोले के जयघोषो के साथ इलाके के प्रमुख मंदिरों में लोग पूजा अर्चना करते थे वहीं इस बार घातक वायरस की वजह से पाली नगर के अलावा इलाके के सबसे प्राचीन सुप्रसिद्ध पांडव कालीन सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर विवियापुर धानी नगला समेत कौडियादाने के महादेव मंदिर भूतनाथ महादेव, पंथवारी देवी, दुर्गा मंदिर शिवाला मंदिर प्रांगण मे मौजूद शिव मंदिरो पर लटकते तालो शिव भक्तों के मन में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब के मंसूबों पर पानी फेरते दिखाई दे सरकारी निर्देशों के पालन के लिए मंदिर परिसरों में ड्यूटी पर मुस्तैद पुलिस कर्मी पूजा अर्चना के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं को बैरंग वापस करते रहे पूजा अर्चना के मंसूबों को लेकर मंदिर तक पहुंचे श्रद्धालुओं को पहली बार बगैर पूजा अर्चना के ही अपने घर वापस लौटना पड़ा इसको वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का खौप कहे य फिर लोगों को घातक संक्रमण से बचाने की सरकारी मुहिम करार दिया जाए।