पूर्वांचल के मशहूर डा० प्रमोद सिंह ने जिला अधिकारी से मुकदमा दर्ज करने की लगाई गुहार
गोरखपुर (संजीव जयसवाल)। डा० प्रमोद सिंह ने अपने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि मैं पुत्र स्वर्गीय महेंद्र पाल सिंह निवासी 34 3 माइनस ए, कृष्णापुरम लेन, मोहद्दीपुर, थाना कैंट, गोरखपुर का निवासी हूं तथा पूर्वांचल का सुविख्यात शल्य चिकित्सक हुं। प्रार्थी होप पेनिसिया हॉस्पिटल ,एसपीएमआर आई बिल्डिंग, छात्रसंघ चौराहा, गोरखपुर का डायरेक्टर हूं। गोरखपुर शहर के कुछ भू माफिया पेनिसिया हॉस्पिटल को कब्जा करना चाहता है, आए दिन हॉस्पिटल पर कब्जा करने के उद्देश्य से उपद्रव करते रहते हैं तथा अक्सर हॉस्पिटल पर आकर उपद्रवी तत्वों के साथ आकर हंगामा करते रहते हैं। पूर्व मैं भी उक्त लोगों द्वारा हॉस्पिटल पर हंगामा किया गया था जिसमें पुलिस द्वारा उपरोक्त लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है था। पीड़ित ने बताया की दिनांक 22/06/2020 को दिन मैं लगभग 12:30 बजे प्रार्थी के कई ऑपरेशन लगे हुए थे, प्रार्थी ऑपरेशन की तैयारी मैं था तथा एक मरीज को बेहोशी की दवा भी दी जा चुकी थी तभी हॉस्पिटल में हंगामा होने लगा, प्रार्थी शोर सुनकर जब बाहर निकला तो देखा कि विजय पाण्डेय, रामनिवास गुप्ता, गोविंद प्रसाद, गोपाल मद्धेशिया, अशोक मद्धेशिया, रवि श्रीवास्तव, अबरीष राय, आनंद सिंह अपने साथ 40-50 अज्ञात लोगों को लेकर जिन्हें प्रार्थी देखकर पहचान सका है हंगामा कर रहे हैं, प्रार्थी जब उपरोक्त लोगों से बात करना चाहता तब विजय पाण्डेय ने अपने साथ आए लोगों को ललकारते हुए कहां कि यही साला विवाद की जड़ है आज इसको ठीक कर देना है। विजय पाण्डेय के ललकारने से उनके आए लोग प्रार्थी को मारने के लिए दौड़ाए ,प्रार्थी जान बचाने के लिए कमरे के अंदर भागा तब उपरोक्त लोग कमरे के अंदर घुसकर प्रार्थी को बुरी तरह मारपीट जिससे प्रार्थी के शरीर में गंभीर चोटें आई। उपरोक्त लोगों के लोगों के हमले के कारण हॉस्पिटल में अव्यवस्था फैल गयी तथा कई मरीजों कि जान संकट में आ गयी और कई मरीज मरते मरते बचे। घटना के वक्त मरीज प्रमोद श्रीवास्तवा पुत्र आशीष श्रीवास्तवा निवासी जगदीशपुर, बढ़िया जो ऑपरेशन थिएटर में थे जिनको बेहोशी दी जा चुकी थी, उनकी तबीयत काफी खराब हो गयी, हॉस्पिटल के अन्य डॉक्टर के सहयोग से किसी प्रकार जान बची। हॉस्पिटल के कार्यकर्ता मनी सिंह, नीरज वैश्य , राजीव रंजन सिंह वह अपनी मां का इलाज करने आए अखिलेश दुबे उर्फ सोहन व तमाम लोगों के जूट जाने के कारण उपरोक्त लोग जान से मारने कि धमकी देते हुए चले गए। जाते समय उपरोक्त लोगों के कैश काउंटर से लगभग 35000 रुपए भी लूट ले गए। उपरोक्त लोगों के हमले से प्रणव वशिस्थ को चोटें आई। इन लोगों के इस कृत्य से कई मरीजों का जीवन संकट में आ गया। इस संबंध में जिला अधिकारी गोरखपुर से मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग किया है। यह एक डॉक्टर पर तीसरी बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर में हमला हुआ है और इस न्याय व्यवस्था पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाती हैI