शिवशंकर मिश्रा रायबरेली अमेठी
अमेठी:महीनों की मेहनत व सुरक्षा के तमाम इंतजाम के बीच एक ऐसी साजिश रची गई कि अमेठी भी कोरोना के गिरफ्त में आ गई है। भाजपा मण्डल अध्यक्ष फतेहपुर तिलोई सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि यूपी प्रभारी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के दबाव में राजस्थान की गहलौत सरकार ने बिना किसी कायदे कानून के लोगों के समूह को अमेठी भेज दिया। सियासी बढ़त लेने के लिए कांग्रेस ने अमेठी की सुरक्षा को तार-तार करने में तनिक भी गुरेज नहीं किया। लॉकडाउन का उल्लंघन कर साजिश के तहत बिना अमेठी जिला प्रशासन को सूचना दिए ही रेड जोन में आने वाले 150 कोरोना पाजिटिव मामले वाले शहर अजमेर से 30 लोगों को यहां लाकर छोड़ दिया गया। यह सब एक मई को हुआ। जिला प्रशासन को जब इसकी खबर मिली तो उसने सभी को क्वारंटाइन करवाया और सभी की जांच के लिए सेंपल भेजा। आठ की रिपोर्ट आई तो एक महिला पाजिटिव मिली है। बाकी की अभी रिपोर्ट आनी बाकी है। अमेठी में कांग्रेस की सियायत एक बार फिर आम जन मानस पर भारी पड़ती दिख रही है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल व दूसरे नेता राहुल व प्रियंका के निर्देश पर बढ़त बनाने के लिए बिना प्रशासन से अनुमति लिए मीडिया को दिखाने के लिए वह सब कर रहे हैं। जो उन्हें नहीं करना चाहिए। बात कुछ भी हो पर हकीकत यही है कि कांग्रेस की ओछी हरकत की वजह से अब तक सुरक्षित अमेठी कोरोना के खतरे में फंस गई है। इसका जबाव आज नहीं तो कल अमेठी कांग्रेस व उसके नेताओं से जरूर लेगी। जिला प्रशासन ने भी शासन को भेजे अपने रिपोर्ट में कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है। पोल खुल चुकी है पर जो नुकसान इस बीच कांग्रेस ने अमेठी का किया है। उसकी भर पाई जल्दी अब नहीं हो पाएगी।