महराजगंज में हेडमास्टर समेत चार फर्जी शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज,

महराजगंज में हेडमास्टर समेत चार फर्जी शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज।

महाराजगंज। एसटीएफ के सख्त होते ही महराजगंज में बेसिक शिक्षा विभाग ने भी बर्खास्त हो चुके फर्जी शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिन के बाद अंदर हेडमास्टर समेत चार शिक्षकों के खिलाफ पनियरा, घुघली व सदर कोतवाली में केस दर्ज कराया जा चुका है। इसमें से दो शिक्षक पनियरा क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय में तैनात थे।
जनपद में पिछले तीन साल के अंदर दो दर्जन से अधिक शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा के आरोप में बर्खास्त किए जा चुके हैं। बीएसए जगदीश शुक्ल के निर्देश पर बीईओ पनियरा ने प्राथमिक विद्यालय बेलटिकरा के प्रधानाध्यापक रोहित चौहान व प्राथमिक विद्यालय अनन्तपुर कुशहिया के सहायक अध्यापक शेरा अली के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति लेने के आरोप में केस दर्ज कराया है। शेरा अली के खिलाफ शिकायत हुई थी कि उनका केन्द्रीय टीईटी सर्टिफिकेट फर्जी है।
जांच में यह पता चला कि शेरा अली ने सी-टीईटी का जो नियुक्ति में सर्टिफिकेट लगाया था वह सर्टिफिकेट कल्पना नाम की महिला के नाम से निर्गत है। प्राथमिक विद्यालय बेलटिकरा के प्रधानाध्यापक रोहित चौहान भी प्रीति भट्ट नाम की महिला की टीईटी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे थे। पनियरा थानाध्यक्ष दिलीप शुक्ल ने बताया कि बीईओ की तहरीर पर दोनों शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

घुघली क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय परसिया में तैनात शिक्षक शैलेष कुमार त्रिपाठी के खिलाफ बर्खास्तगी के बाद केस दर्ज कराया गया है। इनके टीईटी सर्टिफिकेट का जो अनुक्रमांक है उसी अनुक्रमांक से अनिल कुमार यादव का टीईटी सर्टिफिकेट जारी है। बीईओ घुघली ने बताया कि बर्खास्त शिक्षक के खिलाफ केस दर्ज कराया जा चुका है। मिठौरा के बीईओ ने प्राथमिक विद्यालय बरवा राजा बरईपट्टी के बर्खास्त शिक्षक मजुलेन्द्र प्रताप के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इन पर आरोप है कि वर्ष 2013 का जो टीईटी सर्टिफिकेट लगाया है उस अनुक्रमांक से टीईटी का सर्टिफिकेट जारी नहीं हुआ है। बीईओ ने बताया कि केस दर्ज कराया दिया गया है।
जांच शुरू होते ही फरार हो गए शिक्षक
चारों शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की शिकायत की जब जांच शुरू हुई, तभी से वह फरार हैं। विभाग ने कई बार नोटिस भेज अभिलेखों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया था, लेकिन मूल अभिलेख लेकर आरोपित चारों शिक्षक जांच के लिए उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद विभाग ने चारों को बर्खास्त कर दिया था। अब उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया गया है।

मिठौरा, घुघली व पनियरा क्षेत्र में चार शिक्षकों के खिलाफ नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की शिकायत मिली थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद उन्हें बर्खास्त किया जा चुका था। साथ ही साथ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया था। — जगदीश शुक्ल, बीएसए।