खरेला/महोबा,
गौशाला में भूख से मरते गौवंश
सूत्रों की माने तो खरेला गौशाला के लिए शासन ने अधिक धन आवंटित किया किन्तु उपयोग कि जगह दुरुपयोग लाजमी हैं प्रतिदिन लगभग पांच से दस गौवंश भूख से मरते हैं और दफना दिये जाते हैं कोई भी कसवा वासी आवाज नहीं उठाते क्यूकि अत्याचारी अपराधियो के हाथ में नगर परिषद की कमान अध्यक्षा महोदया तो
खेत में बने पुतले की तरह है नवांगुतक जिलाधिकारी से आमजनमानस को काफी उम्मीदे है किन्तु वह भी अकेले क्या करें जब हम साये ही निरंकुश क्रोना वायरस से इंसाफ परेशान भूख से मुखहीन गौवंश मरने को मजबूर देखना बाकी कब तक खुलती है माननीयो की नींद
ब्यूरों रिपोर्ट
रमन दीक्षित बुंन्देलखण्ड महोबा उ प्र