माधौगंज इलाके में धड़ल्ले से हो रहा बाल श्रम कानून का उल्लंघन
हरदोई / माधौगंज ( अनुराग गुप्ता ) । बाल श्रम के प्रति श्रम विभाग पूरी तरह खामोश दिखाई दे रहा है। जिसके चलते गांव देहात से लेकर नगर में जहाँ देखो वह पर कम उम्र के बच्चे चन्द पैसे के लालच में अपना बचपन खो रहे है । पढ़ने लिखने की उम्र में लोग बाल मजदूरों से खुलेआम काम करा रहे है। और प्रशासन को इस बात की कानो कान खवर तक नही लग रही है ।
ऐसा ही ताजा मममल बिलग्राम तहसील के माधौगंज कस्बे के सामने आया है। जहाँ पर आइसक्रीम के संचालक लोग कम उम्र के बच्चों से गांव गांव में आइसक्रीम बेचने का काम करा रहे है। जिससे ये बच्चे साफ तौर पर काम कर रहे है। बाल श्रम का मुख्य कारण है गरीबी, और अशिक्षित बच्चे चन्द पैसे के लालच में आकर इन बच्चों के माता पिता भी उन्हें स्कूल न भेज कर उनकी जिंदगी अन्धकार में डाल रहे है। आपको बता दे कि बाल श्रम भारतीय अधिनियम के तहत 18 वर्ष से कम के बच्चों से मजदूरी करना कानूनी अपराध है, लेकिन फिर भी दुकान होटल मनरेगा में ऐसे बच्चे काम करते नजर रहे है। जिनके हाथो में किताबो की जगह फावड़ा, चाय की केतली, होटलो में जुठे बर्तन, आइसक्रीम की ठेली, नगरो में इ रिक्सा की स्टेरिंग । अब देखना है कि खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन मामले को किस प्रकार संज्ञान में लेता है। फिलहाल इस बारे में जब अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत माधौगंज प्रकाशचंद्र गोपालन ने जानकारी चाही गई तो उन्होनें बताया कि यह श्रम विभाग का काम है, मेरा काम कोरोना पर नजर रखना है, मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंस यही सब देख रहा हूँ, फिर भी जानकारी मिली हैं तो जरूर देखता हूँ, उचित कार्यवाही की जाएगी।