मिलनसार तथा सहृदय हरीश दादा का निधन
रिपोर्ट शिवशंकर मिश्रा रायबरेली,
रायबरेली: किसी को शासन प्रशासन में अपनी शिकायत करने के लिए तहरीर लिखवानी हो तो वो सबसे पहले हरीश दादा को ढूंढता था। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पायेगा क्योंकि गुरुवार रात हृदयाघात से उनका निधन हो गया। उनके निधन पर क्षेत्र में दुख का माहौल है। नगर पंचायत परशदेपुर के वार्ड नंबर 7 निवासी बद्री विशाल श्रीवास्तव को लोग प्यार से हरीश दादा बुलाते थे। कारण था उनका मृदुल व सहज स्वभाव। लोगों को कोई शिकायत पुलिस चौकी में करनी हो या तहसील में। वो सबसे पहले हरीश दादा के पास आता था। चारों तरफ ये चर्चा रहती थी कि उनके जैसी कोई तहरीर नहीं लिख पाता। इसलिए लोग तहरीर लिखवाने उनके दरवाज़े जरूर आते थे। लोगों की समस्या सुन कर वो निशुल्क तहरीर लिखने के साथ ही उचित सलाह भी देते थे।
लेकिन कुछ वर्ष पूर्व पड़े पैरालिसिस के अटैक के कारण उन्होंने बिस्तर पकड़ लिया था। गुरुवार शाम हृदयाघात होने से तबियत बिगड़ने पर परिजन उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डीह ले गए। जहांं चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। चिता को मुखाग्नि उनके पुत्र नीरज श्रीवास्तव ने दी। उनके निधन पर छतोह ब्लॉक प्रमुख सुखवीर सिंह मोनू, पूर्व ब्लॉक प्रमुख विवेक सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष विनोद कौशल, सभासद आशु जायसवाल, सभासद शम्शी रिजवी, निनावाँ प्रधान ज्ञानेंद्र सिंह, कुंवर प्रताप सिंह, रमेश कौशल, हरिश्चन्द्र, कमलचंद वैश्य, अब्दुल बारी खान आदि ने शोक व्यक्त किया है।