मुंबई,गांवों की परंपराओं और संस्कृति को जिंदा रखने में जुटा अमर फाउंडेशन

गांवों की परंपराओं और संस्कृति को जिंदा रखने में जुटा अमर फाउंडेशन

रिपोर्ट-एसपी पाण्डेय

मुंबई: रोजगार की तलाश में आदमी अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर चला जाता है। परंतु उसके दिल में उसके गांव की परंपरा और संस्कृति हमेशा जिंदा रहती है। शहरों में भागमभाग की जिंदगी के बावजूद यदि कभी उसे इन परंपराओं और संस्कृति से जुड़ने का अवसर मिलता है तो वह पूरे जोश और प्रसन्नता के साथ इसमें शामिल होता है। भायंदर की सामाजिक संस्था अमर फाउंडेशन , यहां रहने वाले उत्तर भारतीयों के बीच उत्तर भारत की परंपराओं और संस्कृति को जिंदा रखने का प्रयास कर रही है। संस्था द्वारा समय-समय पर तीज, कजरी ,मकर संक्रांति जैसे ग्रामीण त्योहारों और रीति-रिवाजों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। बुधवार की शाम को अमर फाउंडेशन द्वारा आयोजित घुघरी खाओ, प्रेम बढ़ाओ ,कार्यक्रम में अमर फाउंडेशन के अध्यक्ष अमरनाथ तिवारी, समाजसेवी अरविंद तिवारी ,समाजसेवी विश्वनाथ तिवारी ,जयदयाल शुक्ला, साहबदीन पांडे, भास्कर चौबे, मनीष मिश्रा, अजय मिश्रा धीरेंद्र शुक्ला, हरिओम पांडे, ओमप्रकाश तिवारी, शारदा प्रसाद पांडे, समाजसेवी अरविंद उपाध्याय ,राम आशीष, सतीश तिवारी, ओमप्रकाश, प्रदीप मिश्रा, संजय मिश्रा, एडवोकेट अरुण दुबे ,विनोद तिवारी समेत अनेक गणमान्य उत्तर भारतीय उपस्थित थे।