मुंबई,हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद मासूम बेटे को लेकर पति फरार
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद मासूम बेटे को लेकर पति फरार
रिपोर्ट-एसपी पाण्डेय
मुंबई, मुंबई उच्च न्यायालय द्वारा पौने तीन साल के मासूम बच्चे को उसकी मां को सौपे जाने के आदेश के बावजूद आरोपी पति बच्चे को लेकर फरार हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कांदिवली परिसर में रहने वाली वंदना (काल्पनिक नाम) की शादी2008 में घाटकोपर परिसर में रहने वाले मदन (काल्पनिक नाम) के साथ हुई थीं। दोनों का प्रेम विवाह था। शादी के बाद वंदना को मालूम पड़ा कि मदन उसके पहले एक शादी करके उससे तलाक ले चुका है। शादी के 9 वर्ष बाद वंदना को गीत (काल्पनिक नाम) पुत्र की प्राप्ति हुई पिछले वर्ष मई में मदन न्यूजीलैंड चला गया बंदना अपने पुत्र के साथ मायके में रहने लगी, पिछले वर्ष जुलाई में न्यूजीलैंड से घर आने के बाद मदन कांदिवली आया और अपने बेटे को यह कह कर अपने साथ ले गया कि वह दो-चार दिनों के भीतर ही उसे वापस पहुंचा देगा परंतु इसके बाद मदन ने वंदना से पूरी तरह से संपर्क तोड़ लिया। अपने बेटे गीत को पाने के लिए वंदना ने बहुत प्रयास किया अंततः थक हार कर उसने मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने बच्चे का भविष्य देखते हुए अपने 15 जनवरी 2020 को आदेश दिया कि 16 जनवरी 2020 को शाम 5 बजे से 6 बजे के बीच बच्चे को मां के सुपुर्द किया जाय। वंदना के परिजन गीत को लेने के लिए मदन के घर पहुंचे तो वह घर में ताला बंद कर फरार हो चुका था । वंदना के अनुसार मदन एक फ्राड किस्म का आदमी है। वह कई कंपनियों में धोखाघड़ी कर चुका है।
पहले भी पति ने माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना की है जो न्यायालय के समक्ष विचारणीय है।
अंदेशा तो यह भी है कि वह न्यूजीलैंड में भी एक शादी कर चुका है।