सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश

 

जनपद में नहीं होनी चाहिए सड़क दुर्घटनाएं

उन्नाव (ब्यूरो रिपोर्ट)। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया।बैठक में जनपद में राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय राजमार्गों पर मार्ग दुर्घटनाओं से घायल व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं निर्धारित लोकेशन पर उपलब्ध एंबुलेंस की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा सड़क के किनारे अवैध रूप से संचालित ढाबों के विरुद्ध सघन चेकिंग अभियान चलाकर उन्हें बंद कराया जाए जिससे उनके सामने खड़े वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके। जनपद में पड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग में जगह-जगह बने गड्ढों एवं अवैध कट तथा जगह-जगह टूटी रेलिंग के कारण दुर्घटना होने की प्रबल संभावना बने रहने पर संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर अतिक्रमण के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के लिए नगर पालिका परिषद व पुलिस विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि एक अभियान चलाकर अतिक्रमण को स्थाई रूप से हटाया जाए। बैठक में हेलमेट/ सीट बेल्ट के प्रयोग ही तू जागरूकता, एन०एच०ए०आई० के टोल प्लाजा पर उपलब्ध एंबुलेंस तथा क्रेनों के संचालन, नेशनल हाईवे पर अनाधिकृत संचालित ढाबों के विरुद्ध की गई कार्यवाही, राजमार्गों पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए की गई कार्यवाही,राष्ट्रीय कृत एवं अंतर्राष्ट्रीयकृत मार्गों पर वाहनों में सुगम संचालन पर विचार विमर्श,अतिक्रमण हटाने हेतु की गई कार्यवाही, विगत 03 वर्षों में घटित दुर्घटनाओं के आंकड़ों का विश्लेषण तथा भविष्य की कार्य योजना,उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं की स्थिति पर विचार एवं मृत तथा घायल व्यक्तियों को वितरित धनराशि का अनुश्रवण, मार्ग दुर्घटनाओं में 10% मृतकों में कमी लाया जाना,दुर्घटना में लिप्त चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्यवाही पर विचार,यातायात नियमों के पालन की स्थिति तथा इस बिंदु पर पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा कृत कार्यवाही,सड़क दुर्घटना में दी गई सहायता, व्यवसायिक वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट निर्गत कराने में गुणात्मक सुधार हेतु उचित दिशा निर्देश, ब्लैक स्पॉटों का निरीक्षण एवं सुधारात्मक कार्यवाही आदि बिंदुओं पर समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि अगली मीटिंग में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के अधिकारियों को भी अवश्य बुलाया जाए। तथा एक्सीडेंट की संख्या में कमी आनी चाहिए अगर एक्सीडेंट होता भी है तो किसी की मृत्यु नहीं होनी चाहिए जिलाधिकारी ने क्षेत्राधिकारी नगर, यादवेंद्र यादव को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी थानाध्यक्षों के लिए निर्देश जारी करें कि जनपद में एक भी अवैध गाड़ी न पाई जाए। तथा यदि जनपद में कोई दुर्घटना घटित होती है तो उसकी तत्काल जांच कराई जाए। लॉकडाउन के दौरान वाहनों से अवैध वसुली की शिकायत प्राप्त होने पर जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि भविष्य में ऐसा न हो इस बात को सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाए प्रत्येक तहसील में हर सप्ताह एक अभियान अवश्य चलाया जाए।
बैठक में नगर मजिस्ट्रेट चंदन पटेल, उप जिलाधिकारी सदर, दिनेश कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर, यादवेंद्र यादव,सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी,स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।