बलिया

समाजसेवी द्वारा लगातार किया जा रहा और असहायो की मदद

समाजसेवी द्वारा लगातार किया जा रहा और असहायो की मदद

तहसील बेल्थरारोड/बलिया(भगवान उपध्याय)। टी0 एन0मिश्रा सामाजिक कार्यकर्ता एवं विवेकानंद पीजी कॉलेज सेमरी बलिया को फोन द्वारा सूचना मिली की कुछ लोग सरयांडिहुभगत में भोजन आदि समस्या से परेशान हैं और वह लगभग 2 दिन से खाना नहीं खाए हैं उनकी हालत बहुत दयनीय है। कृपया उनके यहां पहुंचने का कष्ट करें। टी0एन0मिश्रा तत्काल मौके पर पहुंचे और पीड़ित से संपर्क किया तो पता चला की गरीब, असहाय ,कमजोर किस्म के लोग जो मड़ई, टाटी डालकर अपना जीवन यापन करते हैं उनको कुछ लोगों द्वारा वहां से हटा दिया गया है । मड़ई टाटी उखाड़ कर फेंक दिया गया है ।अब बेचारे असहाय, लाचार जैसे मारे मारे फिर रहे हैं।इन सभी के पास आधार कार्ड है, निवास का ब्यौरा उपलब्ध है।इनकी संख्या लगभग 2 दर्जन से अधिक है।जिसमें कन्हैया पुत्र धननु,देवेंद्र, जितेंद्र,महेंद्र पुत्र कन्हैया ,मुनिया पत्नी कन्हैया, सुनीता पत्नीरुदल, रुदल पुत्र जब्बार ,मोहित,राजा पुत्र जब्बार, सरोजा पत्नी देवेंद्र ,बंदना पत्नी रोहित के साथ खुशबू 10वर्ष , रानी 8वर्ष,विजय 7वर्ष ,छोटी 1वर्ष,प्रियंका 3वर्ष ,अंजलि 7 माह,कान्हा 9वर्ष,रंजना 7माह , रानी 7वर्ष ,सलमी 15वर्ष को जो लंबे समय से सरियाडिहुभगत में मड़ई डालकर अपना गुजर-बसर करते थे।अब लाकडाउन के समय कोरोनावायरस महामारी के बीच ही वहां के कुछ लोगों द्वारा उनके छप्पर मड़ई को उजाड़ दिया गया है।वहां की जमीन को जोत दिया गया है और उनको वहां से भगा दिया गया है । गांव छोड़कर भाग जाने का फरमान दिया गया है । यहां से अब लाकडाउन के समय यह गरीब कमजोर ,असहाय , मासूम कहां जाएंगे । वंदना पत्नी रोहित 7 मांह की गर्भवती है।टी0एन0मिश्रा के पहुंचने पर लाचार औरतों ,बच्चों ने काफ़ी करुणा भाव से कहा कि हम लोग परसों के खाना खाए हैं और हम लोगों की हालत बहुत खराब है,हम जहां रहते थे वहां से हमको भगा दिया गया है।तत्पश्चात टी एन मिश्रा ने उनको भोजन,पानी,राहत सामग्री आदि देने के बाद थानाध्यक्ष भीमपुरा शिवमिलन, तहसीलदार जितेंद्र कुमार सिंह, माननीय जिलाधिकारी बलिया एवं पुलिस अधीक्षक बलिया को दूरभाष के माध्यम से स्थिति से अवगत कराया। यह परिवार काफी दुखी, परेशान ,असहाय, कमजोर है उनके साथ किसी भी प्रकार के अप्रिय घटना हो सकती है उस परिवार में बहुत छोटे-छोटे बच्चे हैं और झाड़ियों के बीच निर्वात में रहने के लिए मजबूर हैं। वहां पीने के लिए पानी तक नहीं है। टी एन मिश्रा ने तत्काल सम्बन्धित सभी अधिकारियों से उन मजलुमों के तरफ़ ध्यान आकृष्ट कर मदद करने का अनुरोध किया है ।

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