>> ग्रामीणों ने लगाया विकास के नाम पर बड़ा खेल होने का आरोप
>> गांव में गंदगी का साम्राज्य, एक मात्र सफाईकर्मी की लगा दी गौशाला में ड्यूटी
पाली, हरदोई ( दुर्गेश दीक्षित )। राज्य की योगी सरकार द्वारा गांव की दशा सुधारने के लिए तमाम योजनाएं शुरू की गई है, और करोड़ों का बजट भी जारी किया जा रहा है, लेकिन इन सब कवायदों के बाद भी गांव की हालत देखकर ग्रामीणों को रोना आ रहा है। हरदोई जिले में एक-दो नहीं दर्जनों ऐसे गांव हैं, जहां विकास के नाम पर बड़ा ‘ खेल ‘ खेला गया है। ऐसा ही एक गांव है, शाहाबाद विकासखंड का अतरजी का मजरा बेगराजपुर। जहां की सड़क की हालत देखकर यही लगता है कि सरकार को यह मछली पालन शुरू कर देना चाहिए।
गर्रा नदी के किनारे बसे पाली नगर के नजदीक शाहाबाद विकासखंड के अतरजी गांव के मजरा बेगराजपुर की तकदीर आज भी नहीं बदली, लेकिन ग्रामीणों द्वारा गांव की सेवा के लिए चुने गए प्रधान जी की तकदीर जरूर बदल गई। यहां के ग्रामीण बताते हैं कि सरकार भले ही देश को डिजिटल इंडिया बनाने में जुटी हुई है, लेकिन उन्हें मूलभूत सुविधाएं ही मिल जाए तो बड़ी बात होगी। ग्रामीणों के मुताबिक सड़क, बिजली व पानी जैसी आवश्यकताओं से भी लोग महरूम है। सड़कों पर जलभराव हैं, और उन कीचड़युक्त सड़को पर सूअर लोट रहे हैं । इन सड़कों पर आवागमन करना ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है, लेकिन सिस्टम की खराबी के चलते यहां के ग्रामीणों को सुविधाविहीन जीवन जीना पड़ रहा है । मंगलवार को जब मीडिया की एक टीम इस गांव में दाखिल हुई, तो यहां के सरकारी स्कूल के सामने की सड़क पर पानी भरा हुआ था, और वह पानी कीचड़ युक्त था, जिसे देखकर मीडियाकर्मियों ने यहां के ग्रामीणों से इसके बारे में पूछा, तो उनका दर्द जुबां पर आ गया, और ग्रामीणों ने बताया कि करीब 1 साल से यह सड़क यूं ही पड़ी हुई है । यहां की बदहाली जिम्मेदारों को जरा भी नहीं दिखाई दे रही। इस जैसी यहां अनेकों समस्याएं हैं। लेकिन व्यवस्था की लाचारी को देखते हुए यहां के ग्रामीणों ने अब इन समस्याओं के बीच रहना सीख लिया है। वही इस संबंध में जब यहां के ग्राम प्रधान से बात की गई, तो प्रधान ग्रामीणों पर ही भड़क उठे। प्रधान का कहना है कि ग्रामीण झूठ बोलते हैं । इस सड़क पर तो 4 दिन पहले ही पानी भरा है, मजदूर नहीं मिले, इसीलिए यह कीचड़ साफ नहीं कराया जा सका। प्रधान के मुताबिक जल्द ही यह सड़क बनवा दी जाएगी। इसका पैसा भी स्वीकृत हो चुका है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इसमें विलंब हो गया । उन्होंने कहा कि यहां के 7 गांव में एक ही सफाई कर्मी नियुक्त है, और वह भी गौशाला में तैनात कर दिया गया है । जिससे अतरजी व बेगराजपुर सहित अन्य मजरों की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। प्रधान ने बताया कि अधिकारियों से दूसरे सफाई कर्मी की तैनाती की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक अन्य सफाई कर्मियों की तैनाती नहीं हो सकी। जिससे नालियां और सड़के गंदगी से पटी पड़ी हैं ।