【ब्यूरो रिपोर्ट विनित शर्मा】
शामली। रविवार की सुबह हनुमान धाम पर अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य में भगवान परशुराम जयंती मनाई गई इस अवसर पर हवन पूजन भगवान परशुराम का माल्यार्पण पूजन किया गया। पंडित प्रेम किशोर कोठारी ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति कोरोना वायरस के चलते भीड़ एकत्रित करना उचित नहीं है इसीलिए मंदिर में 5 ब्राह्मणों ने ही भगवान परशुराम के जमोत्सव को मनाया हम लोग कोरोना की जंग को जीतने के नजदीकी हैं इसीलिए अनुशासन का परिचय दें भगवान परशुराम की जयंती मनाई है।
वही हनुमान धाम के अध्यक्ष सलिल द्विवेदी ने भगवान परशुराम के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान परशुराम का जन्म ऋषि जमदग्नि एवं माता रेणुका के घर अक्षय तृतीया के दिन रात्रि के प्रथम पहर में हुआ था वैसे तो भगवान परशुराम का वास्तविक नाम भरगू राम था परंतु परशुराम भगवान शिव के अनंत भक्त थे भगवान शिव की कठोर तपस्या करने के बाद भगवान शिव के द्वारा उन्हें अपना परशु उपहार के रूप में दिया गया था परशु को निरंतर अपने साथ रखने की वजह से भगवान को परशुराम के नाम से जाना जाता है।इस अवसर पर हनुमान धाम के अध्यक्ष सलिल द्विवेदी व ब्राह्मण एकता महासभा के अध्यक्ष पंडित प्रेमकिशोर कोठारी व मन्दिर के पुजारी लोग उपस्थित रहे।