“होइ है वही सो राम रची राखा सो करि तर्क बढावहि साखा”
इन पंक्तियो को आज सही साबित करते-आदित्यप्रकाश वर्मा बने गरीबो के मसीहा,
गोरखपुर
मंडल चीफ ब्युरो विनय तिवारी की कलम से
गोरखपुर:लॉक डाउन वैश्विक महामारी में जबकि एक महीने पहले की बात की जाये तो,चलता हुआ गोरखपुर भाग दौड़ के साथ जीवन यापन के लिये चिंतन,मंथन व तमाम तरह की तनाव को झेलता,हर नागरिक जब अपने व परिवार की रोजी रोटी के लिये भागता दिख रहा था।तबकी आज किसी ने सोचा भी नही था कि प्रकृति से बड़ा कोई नही न उनके आगे किसी की चलनी।
अचानक से ही पूरी दुनिया रुक सी जायेगी।सरकार के साथ प्रशासन को आपकी सुरक्षा के लिये केवल घरों में बैठे रहकर आपके जीवन की सुरक्षा के लिये अपील के साथ खुद के बचाव की करेंगे अपील।
और न कही कमाने की चिंता न कोई सोच न कही तनाव, बस यदि है कुछ तो वो हमारी आपकी जीवन की सुरक्षा के लिये निवेदन अपील करते अधिकारी गण।
इस क्रम में गोरखपुर एसपी ट्रैफिक आदित्यप्रकाश वर्मा की यदि बात करे तो ये कहने में कोई संदेह नही की ये शख्स आज सभी के जीवन की सुरक्षा के साथ उन भूखे,गरीब लोगों तक पहुँचकर उनके घरों में भोजन राशन इत्यादि सामग्री खुद व टीम के साथ उनके जीवन की सुरक्षा के लिये खुद बना हुआ व साथ करता दिख रहा हर सम्भव मदद।
मानवता की एक अलग ही मिशाल जिसको गरीबों की भूख का अहसास तो वही टकटकी आस लगाये उन नन्हे आँखों में छिपी मासूमियत भी दिखती जो शायद अगर किसी ने समझी तो वो आदित्यप्रकाश वर्मा जिन्होंने हमेशा की तरह उन नन्हे बच्चों को खिलौने बांटते हुए दिलाई उन चहेरों पर मुस्कान।