ग्रीन कॉरीडोर बनाकर दो घंटा 24 मिनट में तय किया 186 किमी सफर, गनर को पहुंचाया पीजीआई

लखनऊ।प्रयागराज के शहर पश्चिमी के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के दौरान बम और गोलियां लगने से घायल गनर राघवेंद्र को रविवार शाम प्रयागराज से लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया गया। इस दौरान बनाए गए ग्रीन कॉरीडोर में 2 घंटे 24 मिनट में एंबुलेंस ने 186 किमी सफर तय किया। एडीसीपी ट्रैफिक अजय कुमार ने बताया कि प्रयागराज से ग्रीन कॉरीडोर बनाने की जानकारी मिली। इस पर निगोहां बार्डर से पीजीआई के बीच सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को सतर्क कर दिया गया। प्रयागराज स्थित स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय से पीजीआई 186 किमी की दूरी पर है। एंबुलेंस ने इसे दो घंटे 24 मिनट में पूरा किया। निगोहां बॉर्डर से एंबुलेंस 86 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ी और 30 किमी की दूरी तय कर 8.39 बजे पीजीआई पहुंच गई।

लालगंज क्षेत्र के कोरिहर गांव का रहने वाला घायल सिपाही राघवेंद्र
लालगंज क्षेत्र के कोरिहर गांव निवासी राघवेंद्र के पिता रामसुमेर सिंह पुलिस विभाग में सिपाही थे, जिनका बीमारी से देहांत हो गया था। राघवेंद्र को मृतक आश्रित के रूप में नौकरी मिली थी। परिवार में मां अरुणा, बहन अर्चना और भाई ज्ञानेंद्र हैं। पांच मई को राघवेंद्र की शादी भी तय है। प्रयागराज में हुई घटना में अपराधियों ने राघवेंद्र पर बम से हमला करते हुए गोली मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।

हालत गंभीर होने पर राघवेंद्र को प्रयागराज से लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि घायल सिपाही को कम समय में प्रयागराज से लखनऊ मेडिकल कॉलेज पहुंचाने के लिए 80 किमी. तक ग्रीन कारीडोर बनाया गया। ऊंचाहार, जगतपुर, भदोखर, सदर कोतवाली, हरचंदपुर, बछरावां थानों की पुलिस के अलावा सभी सीओ डयूटी पर लगाए गए थे। ग्रीन कारीडोर बनाकर घायल सिपाही को लखनऊ भिजवाया गया।