लखनऊ(निर्वाण टाइम्स)।यूपी बोर्ड परीक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र लीक किए जाने के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स और बलिया पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां की जा रही है। गुरुवार को पांच और आरोपितों के नाम जुड़ गए। बुधवार की शाम तक कुल 17 गुरुवार सुबह तक 22 लोग गिरफ्तार हो चुके थे। गुरुवार को पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 और धारा 66 बी आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस तरह हाईप्रोफाइल प्रकरण में कुल 22 लोगों पर शिकंजा कस गया है। मामले में डीआइओएस डा. ब्रजेश मिश्र व पत्रकार जेल भेजे जा चुके हैं। जबकि कई और लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है।जिस अंग्रेजी विषय के वायरल पेपर को लेकर डीआइओएस विभाग कठघरे में खड़ा है, दरअसल वह मंगलवार को ही इंटरनेट मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा था। मामले में कई और जिम्मेदारों की तलाश चल रही है। प्रकरण में पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कार्रवाई चल रही है। बलिया शहर, सिकंदरपुर और नगरा थाने में गिरफ्तार किए गए आरोपितों में तीन पत्रकार हैं। इसके अलावा कई लोग शिक्षण संस्थान से ताल्ल्कु रखते हैं। मामला मंगलवार को वायरल हुआ था। प्रशासन को इस मामले की भनक बुधवार को लगी। दोपहर में अचानक अंग्रेजी विषय की परीक्षा निरस्त करने के आदेश हुए और पुलिस ने गिरफ्तारियां शुरू कीं।शहर कोतवाली पुलिस ने डीआइओएस डा. ब्रजेश मिश्र व अजीत ओझा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसी तरह नगरा पुलिस ने बृजभान यादव, जय प्रकाश यादव, जनार्दन यादव, सुनील कुमार, राकेश यादव, अनमोल, अनूप चौहान, अभिषेक यादव, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता को हिरासत में लिया जबकि सिकंदरपुर से शुभेन्द्र यादव, अहमद रजा, ओम प्रकाश वर्मा, सुधीर कुमार यादव व सुजीत वर्मा की गिरफ्तारी हुई थी।