2 मिनट में आ जाएगी गहरी नींद, अपनाएं आर्मी वालों का यह तरीका
भागदौड़ भरी इस जिंदगी में आज हर शख्स की सबसे बड़ी समस्या है नींद। अधिकतर लोगों की यह शिकायत रहती है कि बिस्तर पर जाने के घंटों बाद भी उन्हें नींद नहीं आती। मन अशांत रहता है और रातें करवट बदलते हुए बीतती हैं। बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि दुनिया में वह इंसान सबसे खुशी है, जिसे रात में गहरी नींद आती है। खैर, नींद नहीं आने की समस्या से पीड़ित हैं तो आपके लिए एक तरीका ढूंढ़ निकाला है अमेरिकी सेना ने। ऐसा तरीका जिससे 120 सेकेंड्स के अंदर नींद आ जाएगी। हालांकि, इसके लिए शुरुआत में थोड़ी प्रैक्टिस जरूर करनी होगी।
फाइटर पायलट्स हो गए थे अनिंद्रा के शिकार
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी फाइटर पायलट्स नींद नहीं आने की समस्या से सबसे ज्यादा ग्रस्त थे। इसे ध्यान में रखते हुए अमेरिकी नेवी प्री-फ्लाइट स्कूल ने एक वैज्ञानिक तरीका ढूंढ़ा। ऐसा तरीका जिसका इस्तेमाल कर आप कभी भी सो सकते हैं। फिर चाहे दिन हो या रात। इस तकनीक का खुलासा ‘रिलैक्स एंड विन: चैंपियनशिप परफॉर्मेंस’ नाम किताब में किया गया है। बताया जाता है कि छह हफ्तों की प्रैक्टिस के बाद 96 फीसदी पायलट्स को इस तकनीक से लाभ मिला था।
कुर्सी पर बैठकर सोने की कला का अभ्यास
इस तकनीक की ट्रेनिंग के लिए पायलट्स को सबसे पहले कुर्सी पर बैठे-बैठे सोने की कला का अभ्यास करवाया गया। इसके तहत कुर्सी पर कमर सीधी करके बैठना होता है। पैर पूरी तरह जमीन पर होने चाहिए और अपने हाथों को जांघों पर आराम दें। आप चाहे तो इसे बिस्तर पर सीधे लेटकर भी अभ्यास कर सकते हैं।
चेहरे पर फोकस करें, रिलैक्स करें
एक बार कुर्सी पर सीधे बैठकर आंखें बंद करें और अपना ध्यान चेहरे पर केंद्रित करें। धीरे-धीरे और गहरी सांस लेना शुरू करें। सांस बाहर छोड़ते वक्त अपने गालों को महसूस करें, मुंह, जीभ और जबरों को ढीला छोड़ दें। आंखों को भी ढीला छोड़ दें। आंखों की गहराई को महसूस करें। यह आपके शरीर को एक संकेत देता है कि अब रिलैक्स करने का समय है।
कंधों को ढीला छोड़ें, हाथों को आराम दें
अब धीरे-धीरे अपने कंधों को ढीला करें। गले के पिछले हिस्से को भी आराम दें। अब अपनी बाहों को ढीला छोड़ते हुए अपने दाहिने हाथ पर ध्यान केंद्रित करें। दाहिने बाइसेप को ढीला छोड़ें। बाएं हाथ के साथ भी इसी क्रिया को अपनाएं। धीरे-धीरे अंगुलियों को भी रिलैक्स करने दें।
हाथ के बाद अब पैरों की बारी
हाथ के बाद पैरों की बारी आती है। पैरों का भार पूरी तरह जमीन पर दे दें। दाहिने जांघ, काफ और दाहिने पैरों की अंगुलियों को रिलैक्स होने दें। यह प्रक्रिया अब बाएं पैर के साथ भी अपनाएं। अब इस तरह आपके चेहरे से लेकर पैर तक के सारे मसल्स रिलैक्स हो रहे हैं। कोई तनाव नहीं।
अब मन को शांत करें
पूरे शरीर को ढीला छोड़ने के बाद बारी आती है दिमाग यानी मन की। अगले 10 सेकेंड मन को पूरी तरह शांत करें। ऐसे जैसे चारों ओर अंधेरा हो, कुछ नजर नहीं आ रहा। कुछ और ना सोचें। दिनभर क्या हुआ, क्या नहीं हुआ, ऐसा कोई खयाल मन में ना लाएं। अब महसूस करें कि आप किसी अंधेरे कमरे में हैं। अब तक की प्रक्रिया में आपके शरीर की हर मांसपेशी ढीली है। आंखों के सामने कुछ नहीं हैं दिमाग भी पूरी तरह शांत है।
कुर्सी पर प्रैक्टिस कर रहे हैं तो अंत में ये करें
यदि आप यह प्रक्रिया कुर्सी पर कर रहे हैं तो मन में सोचिए कि आप बिस्तर पर हैं। कहीं से कोई आवाज नहीं आ रही है। सिर्फ आप हैं और आपका शरीर है, जो पूरी तरह शांत पड़ा हुआ है…… यकीन मानिए, अब तक आप सो चुके होंगे।