बेटे ने की थी पिता की हत्या
गोरखपुर। गुरुवार की रात जनपद के थाना पीपीगंज क्षेत्र में 55 वर्षीय शिवधर प्रसाद की सिर कुंच कर हत्या कर दी गई थी। रविवार को पुलिस ने हत्या के अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। हत्या का अभियुक्त कोई और नहीं बल्कि शिवप्रसाद का बड़ा बेटा निकला।
क्या है पूरा मामला
पीपीगंज थाना क्षेत्र के तिघरा गांव में खेत की रखवाली करने गए शिवधर प्रसाद की सिर कुंच कर निर्मम हत्या कर दी गई थी, शिवधर का हाथ-पैर भी तोड़ दिया था। शुक्रवार की सुबह उनका शव गांव के बाहर खेत मे स्थित ट्यूबेल के पास भूसे में मिला। सिर और चेहरा कुंच दिया गया था।
रविवार को पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी एवं क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज रत्नेश्वर सिंह ने मामले का खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि गुरुवार की रात को मृतक शिवधर प्रसाद रात करीब 08.30 बजे घर से खाना खाकर खेत वाले मकान पर सोने जा रहा था तभी अभियुक्त भोला प्रसाद उसके पीछे – पीछे गया और वही पर पड़े एक लकड़ी के मोटे डण्डे से ताबड़तोड़ सिर, मुँह तथा शरीर पर कई बार वार किया, शिवधर मौके पर ही नाली के बगल में पड़े भूसे की ढेर पर गिर गया, जिसके बाद भोला प्रसाद ने अपने पिता शिवधर प्रसाद के मुँह पर और कई बार वार किया जिससे मौके पर ही शिवधर की मृत्यु हो गयी । रविवार को थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह, व0उ0नि0 अश्वनी कुमार चौबे, उ0नि0 शमशीर अहमद, चौकी प्रभारी कमलेश यादव थाना पीपीगंज व टीम ने अपने पिता की हत्या करने के आरोप में अभियुक्त भोला को गिरफ्तार कर लिया एवं अभियुक्त की निशानदेही पर आला कत्ल लकड़ी का मोटा डन्डा भी बरामद कर लिया गया।
बेटे की पत्नी पर रखता था बुरी नियत
पुलिस की पूछताछ में भोला ने बताया कि उसके पिता के शुरू से ही गांव की किसी महिला से संबंध रहे हैं। भोला की मां के जीवित रहने पर उसके साथ हमेशा मारपीट करते रहते थे। भोला ने अपनी मां की मृत्यु का कारण भी अपने पिता को बताया। उसने यह भी बताया कि उसके पिता उसकी पत्नी पर भी बुरी नियत रखते थे। तकरीबन 6 माह पूर्व भी पत्नी पर गलत नजर रखने को लेकर पिता से विवाद हुआ था। विरोध करने पर धमकी देते रहते थे की संपत्ति किसी और को दे दूंगा। जिस से क्रुद्ध होकर उसने अपने पिता की हत्या कर डाली अभियुक्त भोला ने बताया कि उसे अपने पिता की हत्या का कोई भी दुख नहीं है पिछले 15 वर्षों से वह उनके अनैतिक कार्यों से विरुद्ध था।