पुलिस को चकमा देकर कोर्ट पहुंचा माफिया अजय सिपाही
अयोध्या। पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामचंदर से फोन पर जमीन की रजिस्ट्री करने व विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने के मामले में गैर जमानती वारंट के बाद से फरार चल रहा अंबेडकरनगर निवासी माफिया अजय प्रताप सिंह उर्फ अजय सिपाही पुलिस को चकमा देकर बुधवार को विशेष न्यायाधीश एससी एसटी कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
न्यायाधीश अमित कुमार पांडेय ने अजय सिपाही को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजने का आदेश पारित कर दिया। इसके पहले आरोपी अजय सिपाही के अधिवक्ता दिनेश तिवारी, अमित तिवारी व हरबंस सिंह ने संबंधित न्यायालय में आत्मसमर्पण प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। जेल गए माफिया अजय सिपाही के खिलाफ 2019 से गैर जमानती वारंट जारी था। प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई माफियाओं की लिस्ट में अपना नाम होने के डर से आत्मसमर्पण किए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
▪️बसपा नेता ने दर्ज कराई थी एफआईआर
अजय सिपाही के खिलाफ 2018 में बसपा नेता रामचंद्र ने नगर कोतवाली में एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में माफिया मुन्ना बजरंगी के अलावा रिंकू सिंह, अभिनव सिंह, अजय सिपाही, धानिश यादव उर्फ पहलवान के नाम शामिल थे। विगत वर्ष झांसी जेल में निरुद्ध माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या हो चुकी है। बताते चलें कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य राम चंद्र निवासी सरेठी को स्वयंवर लान से बार बार फोन किया जाता था कि खरीदी गई जमीन हमारे नाम कर दो या उसको बेचकर पैसा ही दे दो।