श्रावण महोत्सव के 25 वे दिन 11सौ पंचाक्षरी मंत्र के साथ हुई महाकाल की भस्म आरती
चिता की राख से तैयार भस्म से हुई आरती, श्रद्धालुओं का लगा तांता,शिवमय हुआ सूर्यकुंड धाम
गोरखपुर।सूर्यकुंड धाम में सूर्यकुंड धाम विकास समिति द्वारा आयोजित साठ दिवसीय”श्रावण महोत्सव”के 25 वे दिन शुक्रवार को 1100 पंचाक्षर मंत्र के साथ महाकाल की भस्म आरती की गई जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेकर भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। चिता की राख से विशेष प्रकार से तैयार की गई भस्म से महाकाल की भस्म आरती की गई।ढोल नगाड़े झाल व शख ध्वनि के बीच जय महाकाल और हर हर महादेव के जयघोष से सूर्यकुंड धाम शिवमय हो गया। इसअवसर पर असंख्यों रंग-बिरंगे झालरों से सजा सूर्यकुंड धाम अद्भुत छटा बिखेर रहा था। भस्म आरती लगभग 2 घंटे तक चली इसके पश्चात शिव महापुराण की कथा प्रारंभ हुई। कार्यक्रम का संयोजन सूर्यकुंड धाम विकास समिति के संयोजक संतोष मणि त्रिपाठी ने किया उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर सूर्यकुंड धाम के प्राचीन शिव मंदिर में शुक्रवार की शाम 5 बजे से महाकाल की भस्म आरती प्रारंभ हुई। आचार्य पंडित अवनीश शुक्ला के नेतृत्व में पंडित सुनील मिश्रा देव नारायण मिश्रा प्रखर मिश्रा सुभाष तिवारी व रामचंद्र दास ने वैदिक रीति रिवाज से भोलेनाथ की पूजा अर्चना की गई भोलेनाथ का पंचोपचार पूजन हुआ इसके बाद शिवलिंग का विशेष पंचामृत अभिषेक किया गया, भस्मारती पूजन के पश्चात भस्म से भूतभावन शिव का श्रृंगार किया गया अंत में पौराणिक रीति-रिवाजों से शिव पंचाक्षरी मंत्र के बीच महाकाल की भस्म आरती की गई इस दौरान वातावरण की दिव्यता को देखते हुए ऐसा लग रहा था मानो महाकाल सूर्यकुंड सूर्यकुंड धाम में साक्षात उपस्थित होकर श्रद्धालुओं को अपना आशीर्वाद प्रदान कर रहे थे। अंत में आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।
कार्यक्रम का संचालन मदन राजभर एवं आभार ज्ञापन डॉ अशोक चंद्र ने किया।
इस अवसर पर कनक लता मिश्रा सरस्वती त्रिपाठी पलक सिंह प्रदुमन प्रेमी ,उमेश त्रिपाठी, अरविंद चौरसिया रमेश पांडेय दिलीप रस्तोगी परमात्मा राम त्रिपाठी, प्रणय श्रीवास्तव,रघुनंदन शुक्ला ओमप्रकाश संजीव श्रीवास्तव रामप्रताप विनोद पांडेय समेत भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।