अखिलेश यादव बोले -यूपी विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलट से सपा गठबंधन को मिली थीं 304 सीटें 

लखनऊ।स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलट से मिली जीत का मुद्दा उठाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव नतीजों से जाहिर है कि जनता के बड़े वर्ग का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता है।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पोस्टल बैलट में समाजवादी पार्टी-गठबंधन को 51.5 प्रतिशत वोट मिले हैं। इस हिसाब से कुल 304 सीटों पर सपा गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है। वैसे भी प्रदेश के मतदाताओं ने सपा की ढाई गुणा सीटें बढ़ाकर अपना रुझान जता दिया है और भाजपा की सीटों का घटाव भविष्य का संकेत है।सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के संरक्षण में आपराधिक तत्व फिर सक्रिय हो उठे हैं। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में कानून व्यवस्था बिगड़ने लगी है। न कानून का डर है न पुलिस का खौफ। एक मजदूर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इसी तरह धान खरीद न होने से किसान बेहाल है। कई जगहों पर खरीद की अवधि समाप्त हो गई पर किसानों का धान नहीं खरीदा गया। समय पर किसानों को खाद भी नहीं मिली है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही भाजपा ने होली के त्योहार पर महंगाई का तोहफा देकर अपने मतदाताओं का कर्ज उतार दिया है। आटा, मैदा, तेल, घी समेत सब कुछ महंगा हो गया है। भाजपा की सच्चाई सबके सामने है। जनता ने अब आगे के लिए भी अपनी मंशा का संकेत दे दिया है। वर्ष 2024 में भाजपा को जनता करारा सबक सिखाएगी।

सपा कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ेंगे अखिलेश : विधानसभा चुनाव में 111 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रहने वाली समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब अपने कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ने जा रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को कोई भी सुझाव सीधे पर्सनल ईमेल आइडी yadavakhilesh@gmail.com पर भेजने के लिए कहा है।

भाषा भी संयमित रखें : सपा अध्यक्ष अखिलेश ने अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा के आइटी सेल से सतर्क रहने के लिए कहा है। साथ ही किसी भी किस्म के सुझाव के लिए सीधे संपर्क करने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम संबंधी यदि कोई सुझाव हो तो उसे ईमेल पर जरूर भेजें। भाजपा के आइटी सेल की अफवाह में न फंसे। सतर्क और सकारात्मक रहें, भाषा भी संयमित रखें।