कांग्रेस पार्टी के ‘हवा’ का वेग स्थिर, पद बरकार, भरोसे के विश्वास में बढोत्तरी की जुड़ी एक और कड़ी

छोड़ेंगे न हम तेरा साथ साथी…

सुलतानपुर(विनोद पाठक)। हवा का वेग स्थिर है, तभी पद बरकार है। यदि हवा का रुख विपरीत रहता तो अपदस्थ हो जाते। पर,मिले सुर हमारा तुम्हारा…की नीति से पद के साथ मुखिया की पड़ी दृष्टि से बड़ी पर्सनालिटी के कद में बढोत्तरी की गई है। जिस पर कई तरह की बधाईयां नेताजी को मिल रही है।
बताते चलें कि कांग्रेस पार्टी ने अभी हाल में 76 सदस्यीय कमेटी की सूची जारी की थी। जिसमें बड़े-बड़े धुरंधरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इस फार्मूले पर की शहर कमेटी में शहर के नेता पदाधिकारी और जिला कमेटी में ग्रामीण अंचल के पदाधिकारियों को जगह मिलेगी,ऐसा हाई कमान का फरमान है। पर, जो उछल-कूद में नही रहा,एक आश और विश्वास की नीति अपनाई,उसकी खुशी की शहनाई बजी। इनकी भी फेहरिस्त लंबी है। एक ऐसे पदाधिकारी हैं, जिनकी खुशी का ठिकाना सातवां आसमान छू रहा है, इसलिए कि वे दुबारा भी अपने स्थान पर विराजमान हैं। यानि कि जिले के मुखिया की दृष्टि में उनकी अच्छी छवि दिखी। नवगठित कमेटी में फिर से जिला उपाध्यक्ष का पद दिया गया है। दुबारा जिला उपाध्यक्ष बनाए जाने पर हवा(पवन) का मिजाज बदल गया है कि “छोड़ेंगे न हम तेरा साथ साथी….दम तक”। फिलहाल कांग्रेस पार्टी के जिला मुखिया के भरोसे पर खरे उतरने वाले नेता को युवक कांग्रेस में धार देने के लिए प्रभार सौंप दिया गया है। नेताजी के कद में हुई बढोत्तरी पर अपनों ने बधाई भी दी,खुशी का इजहार भी किया है।