विधायक मोहम्मद ताहिर खान ने लोकनिर्माण मंत्री को लिखा पत्र
पं दीन दयाल उपाध्याय योजना से सड़कों को बनवाने का किया आग्रह
सुल्तानपुर(निसार अहमद)। जिले की अति पिछड़ी विधानसभा में शुमार इसौली को सवारने की पुरजोर कोशिश क्षेत्रीय विधायक ने की है। विकास से अछूते ऐसी ग्राम सभा को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए कवायद की है जो अभी तक पक्की सड़क बनने की राह जोह रही है। अब उनके भी दिन बहुरने वाले हैं।जिसका लाभ किसानों और इन गावों के स्कूली छात्रों को मिलेगा। इसके लिए गंभीर हुए इसौली विधायक मोहम्मद ताहिर ने तेरह प्रमुख मार्गों के जीर्णोद्धार के लिए लोकनिर्माण विभाग के मंत्री को पत्र लिखा है। विधायक ने मांग की है कि सड़क निर्माण से किसानो की उपज मंडियों तक पहुंचेगी।विधायक मोहम्मद ताहिर खान ने लोकनिर्माण विभाग के मंत्री को पत्र लिखते हुए उल्लेख किया है कि इसौली क्षेत्र के कुछ ग्राम सभाओं के मार्ग पक्के नहीं होने से बच्चों को स्कूल जाने में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इन मार्गों में पूरे दत्त मिश्र (वलीपुर) संपर्क मार्ग लंबाई 0.75, बगिया तिवारी का पुरवा (बहुबरा) संपर्क मार्ग लंबाई 0.65, पूरे बौरहा का पुरवा (नेवरा) संपर्क मार्ग लंबाई 0.75, पूरे पांडेय (भांटी) संपर्क मार्ग लंबाई 0.60, पूरे लालमणि दुबे (बबुरी) संपर्क मार्ग लंबाई 0.90 व मुसायवा (डोमनेपुर) संपर्क मार्ग लंबाई 0.50 जनहित में कराया जाना है।इसी तरह विधायक ने बिछौरा-समरथपुर संपर्क मार्ग लंबाई 0.80, पारस पांडेय का पुरवा (खारा) संपर्क मार्ग लंबाई 0.80, पूरे सोमवंशी से चमड़ा झील कटैया होते हुए चंदौखी संपर्क मार्ग लंबाई 0.95, पूरे अवसान-पीपरगांव संपर्क मार्ग लंबाई 0.80, सतहरी बॉर्डर पुलिया से जोखूराम तिवारी के घर तक सीसी मार्ग का निर्माण लंबाई 0.60, जूनियर हाईस्कूल ऊंचगांव से पूरे मोहकम सिंह संपर्क मार्ग लंबाई 0.85,अलीगंज चंदौखी मार्ग से पंचायत भवन मिश्र का पुरवा तिवारी का पुरवा पक्की सड़क माईनर पुल तक लंबाई 0.87 को पं दीन दयाल उपाध्याय सड़क योजना से बनवाया जाए। लोक निर्माण मंत्री के साथ विधायक ने प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग लखनऊ एवं प्रांतीय खंड-3 के अभियंता को भी आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पत्र दिया है। माना जा रहा है कि इसी सत्र में ही सारी सड़कों का कायाकल्प हो जाएगा। विधायक मोहम्मद ताहिर खान ने कहा है कि इस इसौली विधानसभा के चौमुखी विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। 5 साल के अंदर हर गांव पक्की सड़क मार्ग से जुड़ेंगे।